Parliamentary Delegation interacts with think-tank world in Washington DC

मॉस्को, 25 जून (आईएएनएस)। सांसद शशि थरूर अब एक नई ऐतिहासिक डॉक्यूमेंट्री सीरीज में दिखाई देंगे, जिसका शीर्षक है “इम्पीरियल रिसीप्ट्स विथ डॉ. शशि थरूर।” यह सीरीज रूस की सरकारी ब्रॉडकास्ट संस्था रूस टुडे (आरटी) और आरटी इंडिया पर एक साथ रिलीज की जाएगी।

यह 10-एपिसोड की सीरीज औपनिवेशिक विरासतों और उनके आधुनिक भारत पर प्रभावों की गहराई से पड़ताल करेगी। शशि थरूर की प्रसिद्ध किताबें ‘व्हाई आई एम अ हिंदू’, ‘एन एरा ऑफ डार्कनेस : द ब्रिटिश एम्पायर इन इंडिया’, ‘इंडिया : फ्रॉम मिडनाइट टू द मिलेनियम एंड बियॉन्ड’ से प्रेरणा लेते हुए, यह शो दर्शकों को ब्रिटिश साम्राज्य की शोषणकारी नीतियों के बारे में दिखाएगा।

हालांकि, इसे कब से ब्रॉडकास्ट किया जाएगा, इसकी आधिकारिक तिथि की घोषणा नहीं की गई है, लेकिन दर्शकों को इसके कुछ क्लिप आरटी के चर्चित कार्यक्रम ‘द सांचेज इफेक्ट’ में देखने को मिले।

सांसद शशि थरूर ने एंकर रिक सांचेज से बातचीत में कहा, ”हमने ब्रिटिश उपनिवेशवाद पर आधारित 10-एपिसोड की सीरीज पूरी की है। यह मेरे लेखन और शोध पर आधारित है। मुझे उम्मीद है कि आपके दर्शक इसे जरूर देखेंगे।”

थरूर इस समय रूस की राजधानी मॉस्को में हैं, जहां उन्होंने रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव से मुलाकात की। यह बैठक रूस के प्रमुख अंतरराष्ट्रीय मंच ‘प्रिमाकोव रीडिंग्स’ के मौके पर हुई।

आरटी के शो ‘द सांचेज इफेक्ट’ में सांसद शशि थरूर ने हालिया वैश्विक घटनाक्रमों पर भी बेबाकी से विचार रखे। उन्होंने ईरान-इजरायल संघर्ष पर कहा, ”अगर दोनों पक्ष अपने-अपने लोगों से कह सकें कि ‘हम सम्मान के साथ बाहर आएं’, तो युद्ध का यही सबसे अच्छा अंत होता है, जब किसी को हार की बेइज्जती नहीं सहनी पड़े।”

भारत-पाक टकराव पर शशि थरूर ने कहा, ”हमारा पाकिस्तान से तीखा टकराव हुआ। यह ईरान-इजरायल संघर्ष की तुलना में जल्दी खत्म हुआ। हमारी कोई इच्छा नहीं थी कि यह जारी रहे। जब वे रुके, तो हमने भी रोक दिया।”

अमेरिकी सीनेटर लिंडसे ग्राहम पर तीखा हमला बोलते हुए थरूर ने कहा कि उन्होंने रूस, चीन और भारत पर ‘जबरन टैक्स’ लगाने का प्रस्ताव दिया। साफ है कि वे मानसिक संतुलन खो चुके हैं। इस पर रूसी एंकर रिक सांचेज ने हंसते हुए कहा, ”आप जानते हैं कि वो अपनी मानसिक स्थिति खो चुके हैं, है न?”

इस दौरान ईरान-अमेरिका बमबारी पर उन्होंने कहा कि ईरान ने जितने बम अमेरिकी बेस पर गिराए, अमेरिका ने उतने ही ईरान में गिराए थे। यह एक तरह से बराबरी हो गई। उन्होंने अपील करते हुए कहा कि सम्मान की रक्षा हुई, चलिए अब शांत हो जाते हैं।

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