Category: भारतीय भाषाओं में

होने ना होने के बीच – (कविता – अनुवाद – पंजाबी)

मूल कविता : अनीता वर्मा अनुवादक : डॉ चरनजीत सिंह होने ना होने के बीच ज़िन्दा होना ही तो काफ़ी नहींअपने तमाम वजूद को करना पड़ता है साबितकहना पड़ता है…

अनीता वर्मा की कविता का अनुवाद – (अनुवाद)

अनीता वर्मा की कविता का अनुवाद मूल कविता : अनीता वर्मा अनुवादक : डॉ चरनजीत सिंह (कवि, ग़ज़लकार व सुप्रसिद्ध अनुवादक) क्या कहूँ इसे क्या कहूँ इसेसच या झूठजो कहावो…

अनीता वर्मा की हिंदी कविता का पंजाबी अनुवाद – (अनुवाद)

अनीता वर्मा की हिंदी कविता का पंजाबी अनुवाद अनुवादक : डॉ चरनजीत सिंह होना ना होना काग़ज़ दीमक भी बन सकते है दोस्तोंना हो तोहिस्सा बन कर देख लो नौकरशाही…

राजेंद्र शाह (1913- 2010)

राजेंद्र शाह आधुनिक गुजराती कविता में नवीन प्रवाह के अन्वेषक कवि माने जाते हैं। उनसे दो वर्ष की आयु में पिता की छत्रछाया छिन गई, लेकिन माता की ममता और…

Translate This Website »