अंधभक्त इतने बुरे क्यों लगते हैं – (ब्लॉग)
अंधभक्त इतने बुरे क्यों लगते हैं डॉ. अशोक बत्रा, गुरुग्राम कृष्ण खुली आँख है। राधा बंद आँख। कृष्ण जानते हैं — मेरा जन्म क्यों हुआ है! यदा यदा हि धर्मस्य……वे…
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अंधभक्त इतने बुरे क्यों लगते हैं डॉ. अशोक बत्रा, गुरुग्राम कृष्ण खुली आँख है। राधा बंद आँख। कृष्ण जानते हैं — मेरा जन्म क्यों हुआ है! यदा यदा हि धर्मस्य……वे…
हम ‘ई’ से ईमान रखने नहीं, बेचने लगे स्वरांगी साने बचपन में याद करते थे ई, ईख की। बाद के वर्षों में उसे ईख कहना कब बंद हुआ, याद नहीं।…
हम ‘ई’ से ईमान रखने नहीं, बेचने लगे स्वरांगी साने बचपन में याद करते थे ई, ईख की। बाद के वर्षों में उसे ईख कहना कब बंद हुआ, याद नहीं।…
वाह! द्वारका एक्सप्रेस वे डॉ. अशोक बत्रा, गुरुग्राम वाह द्वारका एक्सप्रेस मार्ग! तेरा भी जवाब नहीं!! तू फैशनपरी-सा है! कुछ भी पहने, कहीं भी पहने! अंटशंट! मैं अपनी शादी में…
कोरिया में हांगुल डे पर ‘हांगुल रन’ डॉ. संजय कुमार (सेजोंग सिटी, कोरिया से) 9 अक्टूबर को हांगुल डे के अवसर पर मैंने कोरिया के सेजोंग शहर में आयोजित ‘हांगुल…
झारखंड की राजधानी रांची से 66 किलोमीटर दूर खूंटी जिले में जंगलों-पहाड़ियों से घिरा एक गांव उलिहातू है। आज से ठीक 150 साल पहले इसी गांव में जन्मे बिरसा मुंडा…
‘इ’, देखन में छोटी लगे… स्वरांगी साने ‘इंगित पर तुम्हारे ही भीम ने अधर्म किया…’ धर्मवीर भारती लिखित ‘अंधा युग’ में गांधारी का यह विलाप ‘इ’ की इतनी ताकत को…
मूर्तिकार अर्जुन प्रजापति रजनीकांत शुक्ल विगत वर्ष आज के ही दिन देश के प्रसिद्ध मूर्तिकार अर्जुन प्रजापति का कोरोना के चलते पैसठ वर्ष की अवस्था में निधन हो गया था।…
जर्मनी से डॉ शिप्रा शिल्पी सक्सेना (अंतरराष्ट्रीय प्रवासी संयोजक, लेखक गांव) का लेखक गांव में अविस्मरणीय अनुभव कुछ पल, कुछ स्थल और व्यक्तित्व अविस्मरणीय होते है। ये वो पल है,…
आह से ही तो उपजा था पहला गान स्वरांगी साने आषाढ़ के किसी दिन बादल बरसे पर हुआ कुछ ऐसा कि वाह न निकली और मुँह से आह निकल गई!…
कालिदास की कला और सौन्दर्य दृष्टि नर्मदा प्रसाद उपाध्याय किसी गीत की लय का, दीप्तिमान लौ में ढलना स्वयं कला का कालिदास हो जाना है। कालिदास इसी अलौकिक चमत्कार के…
बलदेव राज (बी.आर.) चोपड़ा भारतीय सिनेमा और टेलीविजन के महान निर्माता और निर्देशक थे। उन्होंने अपने पूरे करियर में दास्तान, तवायफ और बागबान जैसी कई शानदार फिल्में बनाईं। उनका टीवी…
अमेरिका में दीपावली का उत्सव नंदिता सयाम, अमेरिका भारत का सबसे प्रमुख और रोशनी से जगमगाने वाला पर्व दीपावली अब केवल भारत में ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया में, विशेषकर…
Happy Halloween डॉ शिप्रा शिल्पी हैलोवीन का दिन सेल्टिक कैलेंडर का आखिरी दिन होता है, इसलिए यूरोप में सैल्टिक जाति के लोग इस दिन को नए साल की शुरुआत के…
थाईलैंड – माई नाम शिखा रस्तोगी, बैंकॉक,थाईलैंड नदियों के महत्व को मनुष्य अच्छी तरह से जानता है। थाई भाषा में, माई नाम नदी के लिए एक सामान्य शब्द है, जिसमें…
‘अ’ से शुरू हुई एक अधूरी यात्रा स्वरांगी साने अभी उसने अपनी बात पूरी भी नहीं की थी, बात क्या, जो वह कह रही थी, उतना शब्द भी पूरा नहीं…
पहचाना आप ने? विवेक रंजन श्रीवास्तव पहचाना आप ने? अरे कैसी बात करते हैं, आप भी! संकोच में ऐसा कह चुकने के बाद, वे बातों बातों में वह सूत्र ढूंढते…
डॉ. आनंद कुमार स्वामी के लिए कला का अर्थ नर्मदा प्रसाद उपाध्याय डॉक्टर आनंद कुमार स्वामी के लिए कला का अर्थ है, उसका जीवन से एकाकार होना और केवल अपने…
धन्वंतरि नर्मदा प्रसाद उपाध्याय वास्तव में अमृत देह की अनश्वरता से नहीं देह के आरोग्य से जुड़ा है। जब तक देह रहे आरोग्यवान रहे। वास्तव में आरोग्य ही अमृत है,…
प्रकृति हमारी नहीं है, हम प्रकृति के हैं ©डॉ महादेव एस कोलूर लोकताक झील, मणिपुर की सबसे बड़ी ताजा पानी की झील है, जो लगभग 250 वर्ग किलोमीटर में फैली…