Category: विदेशी रचनात्मक लेखन

मौसा… – (संस्मरण)

मौसा… यूरी बोत्वींकिन जब मैं पैदा हुआ था मेरे पिता दूसरे शहर में थे एक सैनिक संस्था में कोर्स करते हुए, कुछ महिनों बाद ही आ पाए। अस्पताल से मेरी…

यूक्रेनी कवि वसील स्तूस का हिंदी कविता – (अनुवाद)

मूल कविता : वसील स्तूस अनुवाद : यूरी बोत्वींकिन Ярій, душе… Ярій, душе. Ярій, а не ридай.У білій стужі сонце України.А ти шукай — червону тінь калинина чорних водах —…

वसील सिमोनेंको की युक्रेनी कविता का अनुवाद (अनुवाद)

मूल कविता : वसील सिमोनेंको अनुवाद : यूरी बोत्वींकिन Ти знаєш, що ти — людина Ти знаєш, що ти — людина.Ти знаєш про це чи ні?Усмішка твоя — єдина,Мука твоя…

दादा… – (संस्मरण)

दादा… – यूरी बोत्वींकिन दादा रूसी थे। द्वितीय विश्वयुद्ध के समय जर्मनों ने उनका गांव जलाकर लोगों को पश्चिम की ओर भगाया था तो उनका परिवार यूक्रेन पहुंचकर एक गांव…

सब ठीक है, माँ… – (कहानी)

सब ठीक है, माँ… -यूरी बोत्वींकिन मुझे नहीं पता मैं अच्छा बेटा हूँ या बुरा… अपनी माँ से झूठ बोलना यदि बुराई है तो बुरा ही हूँ। बहुत झूठ बोलता…

युक्रैनी हिंदी-शिक्षण में कला-प्रेम का योगदान – (आलेख)

युक्रैनी हिंदी-शिक्षण में कला-प्रेम का योगदान -डॉ. यूरी बोत्वींकिन, युक्रैन प्रत्येक देश का इतिहास कितना भी जाटिल और दुख-भरा क्यों न हो उससे राष्ट्रीय चेतना का एक गहरा जुड़ाव अवश्य…

कैसे भूला जा सकता है – (कविता)

कैसे भूला जा सकता है कैसे भूला जा सकता हैIIभारत माँ का अनोखा प्यारमाँ के बच्चे थे बड़े मिलनसारढूँढ़ता हुआ हिंदी ज्ञान का सागरज्ञान के साथ ही पाया अपारख़ुशी से…

विश्वभाषा हिंदी का भविष्य : डॉ. हाइंस वर्नर वेसलर के साथ साक्षात्कार (मॉरिशस टीवी)

विश्वभाषा हिंदी का भविष्य

सुन्दर बाबा की कहानी – (कहानी)

सुन्दर बाबा की कहानी हाइन्स वरनर वेस्लर सुंदरपुर नामक बिल्कुल मामूली एक गांव था। वहाँ रहते थे सुंदरलालजी। मालूम होता है कि नाम इसलिये रखा गया था क्योंकि सुंदरपुर में…

हाइंस वर्नर वेसलर

डॉ. हाइंस वर्नर वेसलर 1962 में जर्मनी के डसलडर्फ़ शहर में जन्म। बॉन विश्वविद्यालय से एम.ए। तथा डीलिट, स्विटजरलैंड के सूटिश विश्वविद्यालय से संस्कृत में पीएचडी की उपाधि प्राप्ति की।…

वन-गीत – (नाटक) – लेस्या उक्राईंका

उक्राइनी से अनुवाद – यूरी बोत्वींकिन

अंतिम लीला – (नाटक) – यूरी बोत्वींकिन

अंतिम लीला भूमिका इस नाटक के पात्रों में हिंदू देवी-देवताओं के साथ कुछ स्लाविक पौराणिक ईसाईपूर्व देव-देवता भी हैं, जिनका ऐतिहासिक आधार हिंदू चरित्रों की तुलना में कहीं कम प्रमाणित…

वापसी – (कहानी)

नाविक कमलनाथ आज घर वापस लौट रहा था। बंदरगाह पर रुके जहाज में चढ़ने और अपनी-अपनी निर्धारित सीट पर बैठने में अभी कुछ समय की देर थी। कुछ औपचारिकताओं का…

चौराहे के बीच – (कहानी)

“वीरेंद्र, क्या तुम सचमुच नहीं जानते कि सम्राट अशोक कौन थे? तुम कैसे भारतीय हो जिसने भारत के ऐसे प्रसिद्ध राजा का नाम भी नहीं सुना! क्या तुम्हारे माँ-बाप ने…

एक रिक्शे वाले की कहानी – (कहानी)

कीर्ति रिक्शा वाला पंद्रह साल से रिक्शा खींचता चला आया है। वह गरीब तो था ही और रिक्शा चलाने में जी-तोड़ परिश्रम की जरूरत होती थी, पर उसे अपने इस…

तोमिओ मिज़ोकामि

तोमिओ मिज़ोकामि (जन्म- 12 मई, 1941) ओसाका विश्वविद्यालय, जापान के एक प्रोफेसर एमेरिटस हैं। 2018 में साहित्य और शिक्षा के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए उन्हें भारत के राष्ट्रपति…

तिकड़ी…

आजकल मेरे स्कूल के दो क्लास्मेट याद आते हैं… वीक्टर और आलेक्स। ऐसा नहीं हैं कि मेरे बहुत पक्के मित्र थे, किंतु किशोरावास्था के एक दौर में काफ़ी करीब हो…

गरिमा…

उस साल अपना पर्यटक-दल कश्मीर-लद्दाख की यात्रा में ले गया था… भारतीय मित्र तक मना कर रहे थे। दल में थीं मेरी पांच छात्राएँ, मेरी एक मौसेरी बहन, एक छात्रा…

कौवे का न्याय…

आइना नम्बु नुंग्शी… – मैं बोला जब वह मिली थी गली में… मणिपुरी में मुझसे “मैं तुमसे प्यार करता हूँ” सुनकर शर्माकर भाग गई… स्वभावतः वह घबराई। मणिपुर से मध्य-भारतीय…

काग़ज़ के फूल

मेरे घर की खिड़की में चीड़-पेड़ों का उपवन दिखता है… उसी के पीछे से सूर्योदय होता है… किसी ने कहा है कि सूर्य कभी भेदभाव नहीं करता है, भलों-दुष्टों को…

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