वैश्विक हिंदी पत्रिका
- वैश्विक हिंदी परिवार का मासिक समाचार पत्र अगस्त अंक, 2024
- वैश्विक हिंदी परिवार का मासिक समाचार पत्र जुलाई अंक, 2024
- वैश्विक हिंदी परिवार का मासिक समाचार पत्र जून अंक, 2024
- वैश्विक हिंदी परिवार का मासिक समाचार पत्र मई अंक, 2024
- वैश्विक हिंदी परिवार का मासिक समाचार पत्र अप्रैल अंक, 2024
- वैश्विक हिंदी परिवार का मासिक समाचार पत्र मार्च अंक, 2024
- वैश्विक हिंदी परिवार का मासिक समाचार पत्र फरवरी अंक, 2024
- वैश्विक हिंदी परिवार का मासिक समाचार पत्र जनवरी अंक, 2024
हमारी गतिविधियाँ
- महिला दिवस पर वैश्विक हिंदी परिवार, अंतर्राष्ट्रीय सहयोग परिषद् व पंडित तिलक राज शर्मा स्मृति न्यास के तत्वावधान में उत्कृष्ट योगदान के लिए आठ विदुषी महिलाओं को सम्मानित किया गया – (रिपोर्ट)
- हिन्दी के अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन : उपलब्धियाँ और चुनौतियाँ – (रविवारीय कार्यक्रम की रिपोर्ट 5.1.25)
- कुम्भ पूर्णता का प्रतीक है : वैश्विक हिंदी परिवार की महाकुम्भ पर एक विशेष संगोष्ठी – (रविवारीय कार्यक्रम रिपोर्ट 2.2.25)
- अंतरराष्ट्रीय भारतीय भाषा सम्मेलन, १०-१२ जनवरी २०२५ – (एक समेकित रिपोर्ट)
- अंतरराष्ट्रीय कवि सम्मेलन – (रविवारीय कार्यक्रम की रिपोर्ट 29.12.24)
- ज़िम्मेदारी, नैतिकता और आर्टिफिसियल इंटेलिजेंस – (रिपोर्ट)
- भारतीय भाषा दिवस 11 दिसम्बर के उपलक्ष्य में विशेष कार्यक्रम – भारतीय भाषाएँ : बदलता परिदृश्य – (रिपोर्ट)
- देवताओं का मौन : एक आध्यात्मिक यात्रा – (रिपोर्ट)
- ऑनलाइन हिन्दी शिक्षण- नया परिदृश्य – (रिपोर्ट)
- विदेशी विद्यार्थियों के लिए हिंदी कक्षा का शुभारंभ – (रिपोर्ट)
- डॉ. रामदरश मिश्र “शतकोत्सव”-रचनाओं के रंग पर भव्य कार्यक्रम आयोजित – (रिपोर्ट)
- सरस कवि सम्मेलन का भव्य कार्यक्रम – (रिपोर्ट)
- ‘हिन्दी के अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन : उपलब्धियाँ और चुनौतियाँ’ – (रिपोर्ट)
- राजभाषा अधिकारी स्नेह मिलन समारोह : रिपोर्ट
- वैश्विक हिंदी परिवार का मासिक समाचार पत्र अगस्त अंक, 2024
- ‘पंजाबी प्रवासी कहानियाँ’ का लोकार्पण
- ब्रिटेन में हिंदी की शिक्षा प्राप्त करने वाले छात्रों एवं शिक्षकों का सम्मान समारोह एवं संगोष्ठी
- वैश्विक हिन्दी परिवार की वेबसाइट का लोकार्पण
- उज़बेकिस्तान के प्रतिनिधिमण्डल के साथ
- ब्रिटेन के विद्यार्थियों की संसद यात्रा का आयोजन
- श्रीलंका व आयरलैंड के प्रतिनिधियों के साथ संवाद
- वातायन के 20 वर्ष
- प्रवासी संवाद – सायंकाल श्री आनंद व प्रदीप पंत के साथ