हिंदी के इस वैश्विक मंच में 50 से अधिक देशों और भारत के प्राय: सभी राज्यों में स्थित लेखकों / विद्वानों की सक्रिय भागीदारी है। हमारा मानना है कि व्यावसायिक क्षेत्र में हिंदी का विकास ही हिंदी का भविष्य है और हम भाषा के प्रति सहानुभूति पर नहीं योगदान पर विश्वास करते हैं। आप सब का आह्वान करते हैं कि भाषा संबंधी परियोजनाओं को अपनी ऊर्जा और समय का योगदान कर मूर्त रूप दें।
विश्व में हिन्दी
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- ’पंजाबी भाषी क्रांतिकारी : कवियों, लेखकों, पत्रकारों का राष्ट्र जागरण में योगदान’ विषय पर एक दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया – (रिपोर्ट)
- हंसराज महाविद्यालय एवं ‘उम्मीद : एक आशा की किरण’ संस्था के संयुक्त तत्वावधान में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में ‘सम्मान समारोह सह कवि सम्मेलन’ का आयोजन – (रिपोर्ट)
- कवयित्री श्रीमती वीणा अग्रवाल के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर केन्द्रित बहुराष्ट्रीय पत्रिका ‘प्रज्ञान विश्वम’ के लोकार्पण का आयोजन – (रिपोर्ट)
- होली पर विशेष – (दिन विशेष)
- बिन मोबाइल के दिन – (कविता)