मध्य प्रदेश शासन, संस्कृति विभाग द्वारा प्रतिवर्ष राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हिन्दी को समृद्ध करने वाले विद्वानों को प्रदान करता है । इस वर्ष  भोपाल स्थित रवीन्द्र भवन के हंसध्वनि सभागार में भारतीय मातृभाषा अनुष्ठान समारोह में 15 सितंबर, 2025 को मध्यप्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव जी ने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हिन्दी साहित्य को समृद्ध करने वाले 10 मूर्धन्य साहित्यकारों को अलंकृत किया।

इस अवसर पर ब्रिटेन में हिंदी के प्रचार-प्रसार के लिए डॉ. वंदना मुकेश को राष्ट्रीय राष्ट्रीय निर्मल वर्मा सम्मान 2025 से सम्मानित किया गया। राष्ट्रीय निर्मल वर्मा सम्मान भारतीय आप्रवासियों को विदेश में हिंदी के विकास के लिए किए गए अमूल्य योगदान के लिए प्रदान किया जाता है। इस सम्मान के अंतर्गत पाँच लाख रुपये की आयकर मुक्त सम्मान राशि, सम्मान पट्टिका, शॉल एवं श्रीफल प्रदान किया जाता है।

अन्य पुरस्कृत जनों में, फादर कामिल बुल्के सम्मान 2024 इंदिरा गाजिएवा, रूस 2025 पद्मा जोसेफीन वीरसिंघे, श्रीलंका,  राष्ट्रीय निर्मल वर्मा सम्मान 2024 रीता कौशल, आस्ट्रेलिया तथा 2025 डॉ. वंदना मुकेश, इंग्लैण्ड, राष्ट्रीय सूचना प्रौद्योगिकी सम्मान – प्रशांत पोळ, लोकेंद्र सिंह राजपूत, राष्ट्रीय गुणाकर मुले सम्मान- डॉ. राधेश्याम नापित, डॉ. सदानंद दामोदर सप्रे, हिंदी सेवा सम्मान डॉ. के.सी. अजय कुमार डॉ. विनोद बब्बर को दिया गया।

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