ढाका, 6 अगस्त (आईएएनएस)। बांग्लादेश की ‘अवामी लीग’ के छात्र संगठन ‘बांग्लादेश छात्र लीग’ ने मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने इस सरकार पर लोकतंत्र को कमजोर करने और देश को असफल व बिखरे हुए राष्ट्र की ओर ले जाने का आरोप लगाया है। छात्र लीग का कहना है कि बांग्लादेश अब एक “लोकतंत्र का कब्रिस्तान” बन चुका है।

छात्र संगठन ने कहा कि यूनुस की कमान में जमात-शिबिर, कट्टरपंथी और आतंकवादी समूह जुलाई-अगस्त 2024 से देश में हिंसा, आतंक और हत्या का सिलसिला चला रहे हैं।

छात्र संघ द्वारा जारी एक बयान में कहा गया कि लोकतांत्रिक मानदंड, कानून का शासन, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता, मानवाधिकार और मताधिकार सब कुछ खतरे में है। देश में युवाओं की भावनाओं और न्याय की उम्मीदों के साथ खिलवाड़ किया गया है। निर्दोषों की हत्या, पुलिसकर्मियों पर हमले और आतंक का माहौल बनाकर देश को बंधक बना लिया गया है।

छात्र लीग ने कहा कि 5 अगस्त 2024 को प्रधानमंत्री शेख हसीना की हत्या की कोशिश और उस दिन हुई हिंसा ने उस दिन को लोकतंत्र, छात्र, जनता और पुलिस की हत्या का ‘काला दिन’ बना दिया है।

यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार की आलोचना करते हुए, छात्र संगठन ने आरोप लगाया कि बांग्लादेश में “जंगल कानून” स्थापित हो गया है। लोकतंत्र के हत्यारों को सत्ता सौंप दी गई है। जनता को बेबस, निराश और अपमानित कर दिया गया है। निराशा और घृणा का जहर मन और समुदायों में फैला दिया गया है।

छात्र लीग ने इस हत्याकांड के पीड़ितों के लिए न्याय की मांग की है और यह संकल्प लिया है कि वे इस अत्याचार और अंधेरे युग को समाप्त करेंगे। उनका कहना है, “बांग्लादेश के महान मुक्ति संग्राम के मूल्यों में निहित जन आकांक्षाओं की सामूहिक शक्ति के प्रति गहरे सम्मान के साथ, और इस सुनियोजित हत्याकांड के पीड़ितों और घायलों को न्याय दिलाने का संकल्प लेते हुए, हम इस उत्पीड़न और पिछड़ेपन को समाप्त करने का संकल्प लेते हैं। न्याय अवश्य होगा।”

छात्र संगठन ने 5 अगस्त को ‘लोकतंत्र, छात्र-जनता-पुलिस हत्या दिवस’ घोषित किया है और मृतकों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए घायल लोगों को अपनी ताकत और प्रेरणा का स्रोत बताया है।

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