
इंडियन लिटरेरी एंड आर्ट सोसाइटी ऑफ़ ऑस्ट्रेलिया ने इस वर्ष भी गत वर्ष की तरह 5 से 80 साल तक के लोगों के लिए कविता और कहानी प्रतियोगिता का आयोजन किया। इस आयोजन में ऑस्ट्रेलिया के विभिन्न शहरों से करीब 85 लोगों ने भाग लिया। कविता प]रातीतोगिता की तीन श्रेणियाँ थीं – पहली 5 से 8 साल के बच्चों के लिए और दूसरी श्रेणी 9 से 13 साल के बच्चों के लिए और तीसरी श्रेणी 14 से 18 साल के बच्चों के लिए थी। वयस्कों के लिए कथा वाचन प्रतियोगिता का आयोजन था। इस प्रतियोगिता में अपनी प्रस्तुति वीडियो पर रिकॉर्ड करके भेजी जानी थी।

निर्णायक मंडल ने में डॉक्टर शैलजा चतुर्वेदी, हरिहर झा, शिप्रा तिवानी तथा ऋचा राज शामिल थे। कथा वाचन प्रतियोगिता में ऑस्ट्रेलिया के जाने-माने नाट्य कलाकार विपुल व्यास, ज्योत्सना ज्योति और संजय खन्ना सम्मिलित थे।
करीब डेढ़ हजार डॉलर के पुरस्कार बच्चों और बड़ों को प्रदान किए गए पुरस्कार राशि स्पॉन्सर द्वारा दी गई थी। कुल मिलाकर 19 पुरस्कार दिए गए इन पुरस्कारों में $100, $75 और $50 के प्रथम, द्वितीय तथा तृतीय पुरस्कार थे और सांत्वना पुरस्कार $40 डॉलर का था। सिडनी, कैनबरा, मेलबर्न, ब्रिस्बेन और पर्थ के प्रतिभागियों ने अपनी एंट्रीज भेजीं।
संस्था की संस्थापिका वरिष्ठ साहित्यकार और शिक्षिका रेखा राजवंशी के अनुसार का कहना है कि ये प्रतियोगिताएं बच्चों को हिंदी सीखने के लिए उत्साहित करती हैं, हिंदी साहित्य के प्रति रुचि जगाती हैं और वयस्कों की प्रतियोगिता उन्हें पुनः है बच्चा बना देती है। प्रतियोगिता में भाग लेने का उत्साह देखते ही बनता है। व्यस्कों की श्रेणी में 23 प्रतिभागी थे और सभी ने बहुत अच्छी कहानी पढ़ी थी।

वैश्विक परिवार के अध्यक्ष श्री अनिल जोशी की उपस्थिति में परिणाम घोषित किये गए। उन्होंने सभी प्रतिभागियों की प्रशंसा की और कहा कि इस दिशा में किया जाने वाला यह प्रयास भावी पीढ़ी के लिए बहुत लाभकारी होगा और उन्हें हिंदी सीखने के लिए प्रेरित करेगा।
जो भी कुछ हो हिंदी के लिए विदेश में किए जाने वाले प्रयासों में यह प्रयास अनूठा था और इसने देश भर के हिंदी प्रेमियों को जोड़ा और हिंदी के प्रति एक नई उमंग दिखाई दी। इसके अतिरिक्त भी हिंदी दिवस के अवसर पर देश भर में व्यक्तिगत रूप से तथा भारतीय कौंसलावास के माध्यम से अनेक आयोजन किये गए ।