
Hindi Shiksha Sangh, South Africa
पता:
30 Oak Ave Chatsworth, Kharwastan, South Africa-4092
Email: hss@telkomsa.net
Phone: 031 401 9788 031 401 5295
हिंदी शिक्षा संघ से संपर्क कीजिए:
वर्ष 1947 में पंडित नरदेव वेदालंकार दक्षिण अफ़्रीका पहुँचे तो उन्होंने पाया कि हिंदी भाषा का प्रचार-प्रसार सही ढ़ग से नहीं हो रहा है। इसीलिए दक्षिण अफ़्रीका के आर्य प्रतिनिधि सभा तथा सनातन धर्म सभा के सहयोग से 25, अप्रैल, 1948 में संघ का निर्माण किया। पूर्व में वह प्रतिनिधि सभा के भवन से ही कार्यरत रहा। फिर 29, अक्टूबर, 1995 को संघ – कासीप्रसाद पत्तुंदीन हिंदी केंद्र (Kasieprasad Pattundeen Hindi Centre) से कार्य निर्वाह करने लगा। आज संघ दक्षिण अफ़्रीका के मुख्य प्रांतों में फैला है – क्वाज़ुलु नटाल, गोटेंग, पोर्ट एलिज़ाबेथ आदि।
संघ की स्थापना के मूल उद्देश्य हैं:
(1) हर आयाम में हिंदी भाषा का प्रचार-प्रसार;
(2) हिंदी संस्कृति (विशेषतः उत्तरी भारतीय संगीत, नृत्य, नाटक और कला) के प्रति अभिज्ञता एवं उसका प्रचार-प्रसार;
(3) शैक्षिक स्तर पर हिंदी साहित्य एवं हिंदी धार्मिक ग्रंथों का प्रचार।
उल्लेखनीय गतिविधियाँ/ उपलब्धियाँ/ प्रतिभागिता:
1. 10वाँ हिंदी एस्टटडफ़ड (Eisteddfod), 19 अप्रैल, 2015
2. हिंदी शिक्षा संघ सम्मान समारोह, 7 मार्च, 2015
3. हिंदी साहित्य समारोह का आयोजन 25, 26, 27, 29 और 30 जुलाई, 2014 को संघ द्वारा किया गया
4. 22-24, सितंबर, 2012 को भारत के विदेश मंत्रालय के सहयोग से 9वें विश्व हिंदी सम्मेलन का आयोजन किया
5. प्रति वर्ष संघ भव्य रूप से एस्टटडफ़ड (Eisteddfod) का आयोजन करता है
6. संघ निरंतर भिन्न शैक्षिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन करता रहता है।
उल्लेखनीय सूचनाएँ:
हिंदी के प्रचार-प्रसार तथा हिंदू समुदाय की उन्नति के लक्ष्य से संघ ने हिंदवाणी रेडियो चलाया। दक्षिण अफ़्रीका(नॉर्थ कोस्ट, डर्बन, चैट्सवर्थ/साउथ कोस्ट, गौतेंग) के लगभग 58 हिंदी पाठशालाएँ संघ से संबद्ध है। 1984 में संघ ने हिंदी परीक्षाएँ आरंभ कीं और आज पूरे दक्षिण अफ़्रीका में हिंदी परीक्षाओं का संचालन करता है। संघ ने हिंदी सेवा से जुड़े हर क्षेत्र के लिए सम्मान प्रवर्तित किया जैसे सेवा सम्मान, संगीत रत्न, विद्या रत्न तथा संघ रत्न।
वेब आधारित कड़ियाँ (Links):
https://www.hsssa.net/learn-hindi/