
पुष्पा भारद्वाज-वुड
वैलिंगटन निवासी डा. पुष्पा भारद्वाज-वुड का हिंदी शिक्षण, हिंदी अनुवाद और वैलिंगटन के हिंदी स्कूल में पाठ्यक्रम तैयार करने में विशेष योगदान रहा है। वैलिंगटन में प्रौढ़ों को हिंदी पढ़ाने की शुरूआत का श्रेय भी इन्हें ही जाता है।
आपको 2016 में वित्तीय साक्षरता और अंतरधर्मीय संबंधों में योगदान के लिए ऑफिसर ऑफ दी न्यूज़ीलैंड ऑर्डर ऑफ मेरिट के रूप में नियुक्त किया गया था।
विक्टोरिया यूनिवर्सिटी ऑफ वैलिंगटन में संस्कृत पढ़ाने की शुरूआत भी इन्होंने ही की थी। तडा. भारद्वाज-वुड का हिंदी भाषा से लगाव बचपन से ही रहा है। वे न्यूज़ीलैंड में पहली छात्रा थीं जिन्होंने मध्यकालीन हिंदी साहित्य में धार्मिक आयाम विषय पर शोध किया था। अपनी पीएचडी की उपाधि के लिए इन्होंने कबीर दास और तुलसी दास की रचनाओं की समीक्षा की थी। डा. भारद्वाज-वुड की रचनाएं भारत-दर्शन, उत्थान एवं सौरभ पत्रिकाओं में प्रकाशित हुई हैं। न्यूज़ीलैंड में विभिन्न मंत्रालयों, संस्थाओं और व्यावसायिक संस्थानों द्वारा जो हिंदी सामग्री उपलब्ध करवायी जाती है, उसके पीछे अधिकतर इनका अनुवाद कौशल और परिश्रम होता है। इन दिनों अपनी हिंदी ई-बुक पर काम कर रही हैं।
हालांकि हिंदी लेखन जारी रहा, परंतु व्यस्तता और विदेश निवास के बाद हिंदी अध्यापन, हिंदी पाठ्यक्रम और अध्यापक प्रशिक्षण में रुचि अधिक बढ़ गई थी। गत 10 वर्षों से गंभीर लेखन की ओर रुख किया।
डा. भारद्वाज-वुड वर्तमान में मैसी यूनिवर्सिटी में निदेशक के पद पर कार्यरत हैं।