सांप्रदायिक सौहार्द और गाँधी-दृष्टि – (ब्लॉग)
सांप्रदायिक सौहार्द और गाँधी-दृष्टि ज्ञान प्रकाश जब पूरी दुनिया आज सांप्रदायिक उन्माद के कुहासे से घिरी है जहाँ ‘स्व धर्म’ को श्रेष्ठ साबित करने की होड़ में ईश्वर-निर्मित इंसानों का…
हिंदी का वैश्विक मंच
सांप्रदायिक सौहार्द और गाँधी-दृष्टि ज्ञान प्रकाश जब पूरी दुनिया आज सांप्रदायिक उन्माद के कुहासे से घिरी है जहाँ ‘स्व धर्म’ को श्रेष्ठ साबित करने की होड़ में ईश्वर-निर्मित इंसानों का…
दिल दा मामला है डॉ शिप्रा शिल्पी सक्सेना, कोलोन , जर्मनी दिल दा मामला है!! खुद के संग समय बिताना, अच्छा होता है। अपने दिल की भी सुनना-सुनाना, अच्छा होता…
पुस्तक : विश्रांति के पल लेखक : आशुतोष कुमार अखिल भारतीय सर्वभाषा संस्कृति समन्वय समिति के प्रतिष्ठित वैश्विक पटल पर लंदन के कवि आशुतोष कुमार के काव्य संग्रह “विश्रान्ति के…
दसग्रीव दशानन् दसकंधर कहलाता थाजब रावण चलता सारा जग हिल जाता थावो था पंडित-विद्वान और था बलशालीउसके सन्मुख देवों का जी थर्राता था रावण ने सोने की लंका बनवाई थीतीनों…
अर्चना ***** हिंदी दिवस हिंदी शब्द सुन तरंगित हो उठे मन मेराकलम भी आतुर कुछ लिखने कोभारत भूमि से कोसों दूरएकत्रित हम यहाँदेने को सम्मानअपनी मातृभाषा कोक्यों ना इतराओं मैंइस…
अर्चना ***** रिश्ते रिश्तों का अस्तित्व क्या है ? क्या समझ पाया है कोई ?बड़े बेमानी से लगते हैं ये रिश्ते क्या फूल से नाज़ुक या छुइमुई से हैं ?…
अर्चना ***** सच्चा साथी इंसान हूँ इस्तेमाल हेतु कोई वस्तु नहींसीढ़ी बना अपनी मंज़िल पाना,सभी का शौक़ रहा।हर रिश्ते को बहुत ईमानदारी से निभाया,पर हर बार छली गई।भीड़नुमा रिश्तों के…
अर्चना ***** मेरी माँ ममता का सागर,मेरी प्यारी माँ।ज्ञान सरस्वती तुल्य है,सभी ग्रंथ है कंठस्थ,ज्ञान की खान है,मेरी प्यारी माँ….करुणा बुद्ध तुल्यजन्म जाति से परेअमीर हो या ग़रीबसब के दुःख…
अर्चना नाम – अर्चना जन्म स्थान – दिल्ली शिक्षण – M.Com ( spl business management) पता – आजकल ब्रिसबेन ऑस्ट्रेलिया में रहती हूँ ईमेल – archnagoel@gmail.com परिचय – हिंदी में…
मनीष पाण्डेय ‘मनु’ ***** रावण दसग्रीव दशानन् दसकंधर कहलाता थाजब रावण चलता सारा जग हिल जाता थावो था पंडित-विद्वान और था बलशालीउसके सन्मुख देवों का जी थर्राता था रावण ने…
3 अक्टूबर : जर्मनी एकीकरण दिवस (Tag der Deutschen Einheit!!) डॉ शिप्रा शिल्पी सक्सेना, कोलोन, जर्मनी युद्ध कभी समाधान न हुए है न होंगे। युद्ध नरसंहार देता है, नेस्तनाबूत करता…
यादों की यादगार की कुछ यादें विजय विक्रान्त भारत छोड़े हुए एक लम्बा अरसा हो गया है। कैसे ज़िन्दगी का एक बहुत बड़ा हिस्सा यहाँ कैनेडा में गुज़ार दिया, इसका…
कैनेडा की पुलिस विजय विक्रान्त, कनाडा 25 फ़रवरी,1965 को, परिवार सहित, हम ने कैनेडा को अपनी कर्मभूमि स्वीकार किया। पार्टियों में या अनौपचारिक रूप में जब कभी भी मित्र मण्डली…
भारत से नये स्वप्न लिये कनाडा पहुँची, एक आधुनिक स्त्री की यात्रा इंद्रा वर्मा, कनाडा कनाडा आने के कुछ ही दिन बाद यह समझ में आने लगा कि जो भी…
राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर डॉ अरुणा अजितसरिया एम बी ई, लंदन 23 सितम्बर सन 1908 को पराधीन भारत के एक साधारण कृषक परिवार में जन्मे रामधारी सिंह दिनकर ने गाँव…
मौना कौशिक, बुल्गारिया दिनांक: 25 सितंबर | समय: शाम 6:30 बजे | स्थान: सोफिया, बुल्गारिया भारतीय दूतावास की प्रमुख श्रीमती सोनी दहिया की उपस्थिति में इवान कोमिता द्वारा लिखित रोमांचक…
धर्मपाल महेंद्र जैन ***** टोटम पोल जो छोड़कर चले गए स्मृतियाँवे वापस आयेंगे कभी तोयहाँ नहीं तो कहीं दूरदक्षिण के समंदर तट परया पूरब की पहाड़ी के बीहड़ मेंया कहीं…
धर्मपाल महेंद्र जैन ***** राजा राजा युद्ध की बात करते हैंयुद्ध लड़ते नहीं अब, भेजते हैंफ़ौजी, टैंकें, मिसाइलें और आयुधवे मोर्चे पर जाते नहीं अब।राजा युद्ध में मरते नहीं अब।…
पेड़ ***** धर्मपाल महेंद्र जैन खड़े हैं दो-तीन सदियों सेपेड़ घने जंगल में।यहाँ पेड़ों से बात करना सरल हैउन्हें मालूम है चप्पा-चप्पाजहाँ तक फैलती है उनकी छाँह। वे जानते हैं…
धर्मपाल महेंद्र जैन ***** ग़ुस्सैल हवा हवा ऐसी नहीं थी कभीकि सरपट दौड़ने लगे धरती परवायुयान-सी तेज़अंधी हो जाए और ज़मींदोज कर जायेयौवन से भरे पेड़उड़ा ले जाए घरों की…