
हरिहर झा
शिक्षा : M. Sc. (उदयपुर विश्बविद्यालय)
बीएआरसी में वैज्ञानिक अधिकारी के पद पर कार्य करने के पश्चात मेलबोर्न के मौसम विभाग में।
प्रकाशित कृतियाँ :
‘भीग गया मन’ [2014]
‘Agony Churns My Heart’ [2015]
‘फुसफुसाते वृक्ष कान में’ [2018]
‘दुल्हन सी सजीली’ [2020]
‘प्रश्न खुद बेताल था’ [2023]
अन्य रचनाएं संकलनों में समाहित हैं।
उपलब्धि/सम्मान :
वैश्विक हिन्दी संस्थान द्वारा काव्य विभूषण (2023)
अंग्रेजी की रचनाओं पर दो अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं द्वारा अवार्ड(2006)।
इंडिया नेटबुक्स द्वारा ’साहित्य भूषण सम्मान (2024)
राही रैंकिग श्रेष्ठ १०० हिंदी साहित्यकारों की सूची में चयन(2023)
परिकल्पना हिन्दी भूषण सम्मान(2013) तथा अनहद कृति द्वारा काव्य-प्रतिष्ठा-सम्मान (2015)
ईलासा (साहित्यिक संस्था, ऑस्ट्रेलिया) द्वारा Life Achievement Award. (2021)
प्रलेक प्रकाशन समूह द्वारा जारी ’२१वी सदी के १३१ श्रेष्ठ व्यंग्यकार’ की सूची में चयन(2020)।
भारतीय प्रौढ़ संघ (NRISA) द्वारा रचनाओं के लिए ’Community Service Award’(2013)
‘एक पागल जीनियस’ (संस्मरण) SNDT महिला विश्वविद्यालय के पाठ्यक्रम में शामिल(2024)
संप्रति/गतिविधियां :
महामंत्री, हिंदी साहित्य भारती (VICTORIA)
गर्भनाल आदि पत्रिकाओं में आलेख व व्यंग्य प्रकाशन।