प्रो. (डॉ.) राज शेखर

आई. सी. सी. आर. हिंदी चेयर, महात्मा गांधी संस्थान, मोका, मॉरीशस।

वे कवि, कहानीकार एवं आलोचक के रूप में प्रतिष्ठित हैं। उन्होंने अपनी उच्च शिक्षा प्रतिष्ठित बनारस हिंदू विश्वविद्यालय, वाराणसी, भारत और जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय, नई दिल्ली, भारत से प्राप्त की। वे राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त पत्रिकाओं में अपनी लेखनी के माध्यम से निरंतर योगदान दे रहे हैं।

सम्प्रति डॉ. राज शेखर महात्मा गांधी संस्थान, मॉरीशस में भारत के सांस्कृतिक प्रतिनिधित्व के रूप में विजिटिंग प्रोफेसर के पद पर अभी कार्यरत हैं। वे वहाँ हिंदी अध्यापन, पाठ्यक्रम निर्माण, शोध कार्य एवं अन्य सांस्कृतिक गतिविधियों में सक्रिय हैं। वे यहाँ के हिंदी विभाग द्वारा दक्षिण अफ्रीका के हिंदी शिक्षकों को दिए जा रहे आभासी प्रशिक्षण के दल का भी महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। पूरे मॉरीशस में घूम-घूम कर लोगों के साथ संवाद करना और उन्हें हिंदी भाषा के और भारतीय संस्कृति के प्रति सजग करना उनकी खास शैली है। वे विश्व हिंदी सचिवालय से निकलने वाली पत्रिका के संपादन में सहयोग के साथ-साथ वहाँ के प्रत्येक क्रियाकलाप में भी संलग्न हैं। मॉरीशस के आप्रवासी घाट के सभी विज्ञापनों को हिंदी भाषा में परिवर्तित करने में भी उन्होंने योगदान दिया है। यहाँ की बैठकाओं में भी जाकर वे लगातार हिंदी के विकास के लिए सलाह व सुझाव देते रहते हैं। वे बाल कहानीकार हैं और यहाँ की जैव विविधता को आधार बनाकर रोचक कहानियाँ लिखते रहे हैं। वे अपनी कहानियों को मॉरीशस के रेडियो में स्वयं सुनाते हुए भारत की गौरवमयी ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत के साथ-साथ पर्यावरण संबंधी समसामयिक मुद्दों से भी लोगों को परिचित कराते हैं।

पिछले बारह वर्षों में उन्होंने अपने शिक्षण के माध्यम से चेन्नई के लोयोला कॉलेज में हजारों गैर-हिंदी भाषी छात्रों को हिंदी भाषा सीखने के लिए प्रेरित किया है। उनके नेतृत्व में लोयोला महाविद्यालय का हिंदी विभाग एक शोध विभाग में भी रूपांतरित हुआ है। एक शिक्षाविद के रूप में वे हिन्दी के विकास एवं प्रसार के लिये निरंतर कटिबद्ध हैं। उनके कई लेख राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त पत्रिकाओं में प्रकाशित हो चुकी हैं। उनकी तीन दर्जन से अधिक बाल कहानियाँ राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय महत्व की प्रतिष्ठित पत्रिकाओं में प्रकाशित हो चुकी हैं। ये कहानियाँ भारत एवं विश्व की समृद्ध ऐतिहासिक, सांस्कृतिक विरासत और नैतिक मूल्यों पर केंद्रित हैं। उनकी कुछ कहानियों का अन्य भाषाओं में भी अनुवाद किया गया है। हिन्दी विशेषज्ञ के रूप में वे कई महाविद्यालयों एवं विश्वविद्यालयों की विभिन्न समितियों के सदस्य भी हैं। 2022 में सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार के प्रकाशन विभाग ने हरिवंश राय बच्चन की जीवनी पर उनकी पुस्तक प्रकाशित की है। विदेश मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा फिजी में आयोजित 12वें विश्व हिंदी सम्मेलन, 2023 में उन्हें आधिकारिक प्रतिनिधिमंडल के अंतर्गत वक्ता के रूप में सम्मिलित किया गया।

उनका शौक पाक-कला, चित्रकला, दुनिया की संस्कृति, इतिहास और जैव विविधता की खोज करना है।

संपर्क :

H11103, TAISHA, Virugambakkam, Chennai, Tamil Nadu: 600092.

मोबाइल न. (91) 8825478571 (भारत), (230) 57918984 (मॉरीशस)

ईमेल: drrajshekhar@loyolacollege.edu, rajshekhar@mgi.ac.mu

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