
महात्मा गांधी द्वारा 1942 में मुंबई में स्थापित हिंदुस्तानी प्रचार सभा द्वारा 5 जुलाई 2025 को ‘आदिवासी साहित्य और उसकी चुनौतियां’ विषय पर राष्ट्रीय सेमिनार आयोजित। रबींद्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय, भोपाल के कुलाधिपति श्री संतोष चौबे के मुख्य आतिथ्य में देश के सुपरिचित विद्वानों- डॉ. दामोदर खड़से, श्री लीलाधर मंडलोई, डॉ. करुणा शंकर उपाध्याय, सुश्री मधु कांकरिया, डॉ. बजरंग बिहारी तिवारी, श्री वंदना टेटे, डॉ. हूबनाथ पांडे, श्री भालचंद जोशी, डॉ विनोद कुमरे आदि के प्रभावी वक्तव्य भी हुए। मुंबई के 15 से अधिक महाविद्यालयों के विद्यार्थियों, प्राध्यापकों एवं साहित्यकारों की सक्रिय भागीदारी रही। सभा के न्यासी श्री फिरोज पेच तथा विशेष कार्य अधिकारी डॉ. रीता कुमार को इस सफल आयोजन के लिए बधाई।

