
दिनांक 08 अक्टूबर 2025 को सीसीआरटी, क्षेत्रीय केंद्र, गुवाहाटी में आयोजित हो रही कार्यशाला “हमारी सांस्कृतिक विविधता” (06–15 अक्टूबर 2025) के अंतर्गत छत्तीसगढ़ एवं अरुणाचल प्रदेश से आए शिक्षकों ने “भारतीय संस्कृति में क्षेत्रीय योगदान” विषय पर अपनी समृद्ध सांस्कृतिक परंपराओं का मनमोहक प्रदर्शन किया।
सत्र के दौरान प्रतिभागी शिक्षकों ने सामूहिक गतिविधियों के अंतर्गत मूकाभिनय, बाँस शिल्प, मृण्मूर्ति निर्माण, पुतली निर्माण, लोक चित्रकला तथा जुट शिल्प जैसी पारंपरिक कलाओं का अनुभव प्राप्त किया।
यह कार्यशाला भारत की विविधता में निहित एकता और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत की जीवंत झलक प्रस्तुत कर रही है।




