
प्रेम की अरण्य मेज़
अलका सिन्हा
हाल के लंदन प्रवास के दौरान 3 अगस्त 2025 को पैडिंग्टन स्टेशन पर एक अद्भुत सार्वजनिक कला-कृति देखने का अवसर मिला। यह है — ‘प्रेम की अरण्य मेज़’ (The Wild Table of Love), जिसे अंतरराष्ट्रीय ख्यातिप्राप्त आस्ट्रेलियाई कलाकार युगल गिल्ली और मार्क (Gillie and Marc) ने कांस्य में गढ़ा है।
यह विशाल मूर्तिकला जीवन का जीवंत दर्शन है। एक लम्बी मेज़ पर विविध जीव-जंतु एक साथ भोजन करते बैठे हैं। कलाकारों के प्रिय पात्र डॉगमैन (Dogman) और रैबिटवुमन (Rabbitwoman) मेज़ के मेज़बान हैं। उनके साथ कांस्य में ढले दस विलुप्तप्राय जीव बैठे हैं — अफ्रीकी हाथी, हिप्पोपोटेमस, मसाई जिराफ़, बंगाल टाइगर, कोआला, चिम्पैंज़ी, ग्रेवी ज़ेब्रा, नॉर्दर्न व्हाइट गैंडा, शेर और माउंटेन गोरिल्ला।
इस मेज़ पर दो कुर्सियां खाली छोड़ी गई हैं आगंतुकों को आमंत्रित करती हुई कि वे इस संवाद का हिस्सा बनें, बैठें और अनुभव करें कि प्रकृति से हमारा संबंध मात्र उपभोग तक सीमित नहीं, बल्कि करुणा और सहजीवन से सिंचित है। भिन्नताओं के बावजूद हम सभी एक ही धरा की संतति हैं। मानवता का परम दायित्व पारिस्थितिक संतुलन की रक्षा है, क्योंकि अंततः प्रेम और सामंजस्य ही वह शाश्वत भाषा है जिसे समस्त सृष्टि समझती और स्वीकारती है।