दिविक रमेश

रजनीकांत शुक्ल

दिविक रमेश का जन्म 28 अगस्त 1946 को दिल्ली के गांव किराड़ी में हुआ था। इनका वास्तविक नाम रमेश चंद शर्मा है। दि वि क ‘दिल्ली विश्वविद्यालय कवि’ का संक्षेप है। 11वीं कक्षा से ही शिक्षा के साथ-साथ वे आजीविका के लिए संघर्षरत रहे। दिल्ली विश्वविद्यालय से पीएचडी के साथ प्राध्यापन के पेशे से संबद्ध हुए और मोती लाल नेहरू कॉलेज, दिल्ली के प्राचार्य पद तक पहुँचे। उन्होंने दक्षिण कोरिया में अतिथि आचार्य के रूप में भी कार्य किया। इससे पूर्व लगभग दो दशक दूरदर्शन से जुड़े रहे जहाँ विविध कार्यक्रमों के संचालन में योगदान किया।

उन्होंने कविता, काव्य-नाटक, आलोचना एवं बाल-साहित्य जैसी विभिन्न विधाओं में लेखन किया है।गेहूँ घर आया है, खुली आँखों में आकाश, रास्ते के बीच, छोटा-सा हस्तक्षेप, हल्दी-चावल और अन्य कविताएँ, बाँचो लिखी इबारत, वह भी आदमी तो होता है, फूल तब भी खिला होता, खण्ड-खण्ड अग्नि (काव्य नाटक)

उनका आलोचनात्मक योगदान ‘नए कवियों के काव्य-शिल्प सिद्धांत’, ‘कविता के बीच से’, ‘साक्षात त्रिलोचन’, ‘संवाद भी विवाद भी’, ‘निषेध के बाद’, ‘हिंदी कहानी का समकालीन परिवेश’, ‘कथा-पड़ाव’ के रूप में प्रकाशित है। ‘फूल भी और फल भी’ लेखकों से बारे में उनके आत्मीय संस्मरण की क़िताब है। बाल-साहित्य श्रेणी में कविताओं और कहानियों की उनकी दर्जनाधिक पुस्तकें प्रकाशित हैं। 101 बाल कविताएँ, समझदार हाथी : समझदार चींटी, बंदर मामा, हँसे जानवर हो हो हो, कबूतरों की रेल, बोलती डिबिया, देशभक्त डाकू, बादलों के दरवाजे, शेर की पीठ पर, ओह पापा, गोपाल भांड के किस्से, त से तेनालीराम, ब से बीरबल, बल्लूहाथी का बालघर (बाल-नाटक), मुसीबत की हार (बाल नाटक) मैं हूं दोस्त तुम्हारी कविता (चुनी हुई कविताएं) लू लू की सनक (कहानियां) मेरे मन की बाल कहानियां बचपन की शरारत (सम्पूर्ण गद्य रचनाएं) फूल भी फल भी (संस्मरण)

उन्होंने कोरियाई कवयित्री किम यांग शिक एवं अन्य की कविताओं के हिंदी अनुवाद किए हैं।

उनकी कविताओं के अँग्रेज़ी, कोरियाई और मराठी अनुवाद पुस्तकों के रूप में प्रकाशित हुए हैं। वह ‘सोवियत लैंड नेहरू पुरस्कार’ और साहित्य अकादेमी के हिन्दी बाल साहित्य पुरस्कार से सम्मानित हैं।

उनके साथ अनेक कार्यक्रमों में भाग लेने का मुझे मौका मिला। अभी हाल में ही बाल पत्रिका बच्चों का देश के रजत जयन्ती समारोह में राजसमंद राजस्थान में हम लोग साथ-साथ थे।

उनको जन्मदिन पर बहुत-बहुत बधाई और हार्दिक शुभकामनाएँ

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