
बाल उत्सव रामलीला समिति, द्वारका, सेक्टर 13, नई दिल्ली के मंच पर पहली बार दिनांक 23 सितंबर को भोजपुरी में रामलीला का मंचन किया गया। भोजपुरी में रामलीला मंचन की परिकल्पना का पूरा-पूरा श्रेय समिति की अध्यक्षा श्रीमती प्रीतिमा खंडेलवाल जी और महासचिव श्री हरीश कोचर जी को जाता है। इस परिकल्पना को मूर्त रूप देने में समिति के वरिष्ठ पदाधिकारियों जैसे कि श्रीमती रेखा झींगन जी, श्री सतीश राणा जी और अन्य सभी पदाधिकारियों का भी पूरा सहयोग और मार्गदर्शन रहा। उक्त अवसर पर भोजपुरी के सिरमौर श्री मनोज तिवारी जी मुख्य अतिथि के रूप में बच्चों को आशीर्वाद देने पहुंचे। ‘भोजपुरी समाज’ के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अजीत दुबे जी के सानिध्य में भोजपुरी रामलीला का मंचन किया गया। गिरमिटिया देश मॉरीशस की भोजपुरी स्पीकिंग यूनियन की पूर्व चेयरपर्सन डॉ सरिता बुद्धू जी विशिष्ट अतिथि के रूप में पधारकर बाल कलाकारों का उत्साहवर्धन किया।
भोजपुरी रामलीला में उत्सव कुमार ने भगवान श्रीराम की भूमिका अदा की और ओजस्विनी भारती ने तीन चरित्रों सूर्पनखा, स्वर्ण हिरण और नटी का सुंदर निर्वहन किया जिसकी प्रशंसा भोजपुरी के सुप्रसिद्ध कलाकार और लोकप्रिय सांसद श्री मनोज तिवारी जी ने की। भोजपुरी रामलीला के अंतर्गत ‘पंचकन्या मंदोदरी’ का लेखन और निर्देशन भोजपुरी नाट्य संस्था रंगश्री के संस्थापक और जाने-माने रंगकर्मी डॉ महेन्द्र प्रसाद सिंह ने किया और सह-निर्देशन रंगश्री के वरिष्ठ कलाकारों श्री अखिलेश पाण्डेय जी एवं श्री सौमित्र वर्मा जी ने की । गीती नाटिका शैली में ‘पंचकन्या मंदोदरी” में भोजपुरी के विभिन्न पारंपरिक लोकधुनों पर आधारित गीतों को श्री अनिल गुप्ता जी ने अपने मधुर स्वर देकर चार चांद लगा दिया।



रिपोर्ट – डॉ राजेश कुमार ‘माँझी’
