हिंदी दिवस के उपलक्ष्य में हिंदी स्पीकिंग यूनियन ने शनिवार ग्यारह अक्टूबर को महात्मा गाँधी संस्थान के ऑडिटोरियम में एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया था। हिंदी दिवस के इस आयोजन में पिछले वर्ष 2024  के छात्रों को  एस सी और एच एस सी के स्तर पर हिंदी और हिंदी साहित्य में आये दस श्रेष्ठ छात्रों को पुरस्कृत किया गया। आज भी छात्र राष्ट्रीय स्तर पर हिंदी में विशिष्ट उपलब्धियां प्राप्त कर रहे हैं।

इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मॉरीशस गणराज्य के राष्ट्रपति महामहिम धर्मवीर गोकुल जी थे। साथ ही भारतीय उच्चायुक्त महामहिम अनुराग श्रीवास्तव के साथ, विदेश  मंत्री माननीय धनंजय रामफल और जूनियर मंत्री श्री राजेन नरसिंघन ने भी अपनी उपस्थिति से कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई।

हिंदी स्पीकिंग यूनियन की नव नियुक्त प्रधान डॉ अंजलि चिंतामणि ने सभी का स्वागत करते हुए संगठन की भावी योजनाओं पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर कहानी लेखन प्रतियोगिता के विजेताओं को भी पुरस्कृत किया गया। यह प्रतियोगिता अठारह साल से अधिक के छात्रों और आम जनता के लिए आयोजित की गयी थी। इसके पीछे मॉरीशसीय साहित्य सृजन को बढ़ावा देना संगठन का उदेश्य रहा। सभी विजेताओं को नकद पुरस्कार के साथ पदक और प्रमाण पत्र भी दिए गए।

महामहिम राष्ट्रपति और महामहिम भारतीय उच्चायुक्त ने अवसर पर हिंदी प्रेमियों को सम्बोधित किया।

सांस्कृतिक कार्यक्रम के अंतर्गत इंदिरा गाँधी सांस्कृतिक केंद्र के कलाकारों ने स्वर्गीय डॉ मृदुला  सिन्हा का लोकप्रिय गीत हिंदी भारत माँ की बिंदी का गायन किया जिसे सभी ने खूब सराहा।छात्रों द्वारा गणेश वंदना पर आधारित कथक नृत्य की प्रस्तुति हुई। हिंदी संगठन के कोषाध्यक्ष वरिष्ठ कवि डॉ हेमराज सुन्दर का काव्य पाठ हुआ। साथ में महात्मा गाँधी संस्थान के बी ए और एम ए के छात्रों ने भी प्रसिद्ध कवियों की ओजपूर्ण कविताओं की प्रस्तुति की। छात्रों ने उन वरिष्ठ हिंदी सेवियों की कविताओं का पाठ किया जिन्होंने बड़े ही त्याग और संघर्ष से हिंदी को घर -घर, बैठका तथा शिक्षण व्यवस्था में स्थान दिलवाया था।1930 से 1970 के दौर की कविताओं के माध्यम से उन्होंने जयनारायण राय, पंडित वासुदेव विष्णुदयाल, रसपुंज,डॉ ब्रजेन्द्रकुमार भगत मधुकर, सोमदत बखोरी तथा डॉ मुनिश्वरलाल चिंतामणि आदि कवियों को श्रद्धा सुमन अर्पित किए।

इस अवसर पर डॉ. सोमदत काशीनाथ द्वारा रचित काव्य संग्रह ‘कुछ वादे किए थे जो मैंने ज़िन्दगी से ‘और साथ में श्री केशव रीसोल द्वारा लिखित पूर्व प्राथमिक और प्राथमिक स्तर के छात्रों के लिए हिंदी पुस्तक का लोकार्पण भी महामहिम राष्ट्रपति के करकमलों द्वारा हुआ।

ऑडिटोरियम हिंदी प्रेमियों से भरा था और सभी ने मिलकर हिंदी का गौरव गान किया। हिंदी स्पीकिंग यूनियन इसी तरह हिंदी के उन्नयन व पल्लवन में अनेक गतिविधियों का आयोजन करने वाला है और सभी के सहयोग की अपेक्षा करता है।

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