
9 नवंबर, 2025 रविवार को कीर्ति मोंटेसरी स्कूल, गुरुग्राम में भाषा संस्कार की पहली बैठक में पधारे प्रमुख भाषाविद और हिंदी अध्यापक – प्राध्यापक। दिल्ली से पधारे श्री वरुण कुमार, पूर्व राजभाषा निदेशक रेल मंत्रालय की अध्यक्षता में फरीदाबाद से पधारी श्रीमती नमिता राकेश, कोल इंडिया के पूर्व महाप्रबंधक श्री राजपाल यादव, बैंक में राजभाषा अधिकारी रहे प्रसिद्ध साहित्यकार श्री राजेश्वर वशिष्ठ, गुरुग्राम के प्रसिद्ध कवि श्री त्रिलोक कौशिक, अहं ब्रह्मस्मि की अध्यक्ष डॉ. दीपशिखा श्रीवास्तव, विवेकानंद स्कूल गुरुग्राम के प्राचार्य एवं हिंदी सेवी श्री रामबहादुर, प्रसिद्ध लेखिका श्रीमती शकुंतला मित्तल, scert की प्रशिक्षण संयोजिका डॉ. सुनीता यादव, प्रबुद्ध हिंदी अध्यापिका श्रीमती मेघना शर्मा, डी. ए. वी. संस्थान की अध्यापिका डॉ. सुरेश कथूरिया, प्रसिद्ध व्यंग्य कवि श्री अनिल श्रीवास्तव और डॉ. अशोक बत्रा उपस्थित रहे।
प्रथम बैठक भाषा विमर्श की आवश्यकता जगाने वाली सिद्ध हुई। सभी वक्ताओं ने सीमित समय में हिंदी की न्यूनतओं को रेखांकित करते हुए उसके संस्कार-संवर्धन पर विचार विमर्श किया। अनुभव किया गया कि यह विमर्श और अधिक सघन और विस्तृत होना चाहिए।
