‘विश्वरंग अंतर्राष्ट्रीय हिंदी ओलम्पियाड- 2025’ के पोस्टर का नॉटिंघम में लोकार्पण

‘विश्वरंग अंतर्राष्ट्रीय हिंदी ओलम्पियाड- 2025’ के पोस्टर का लोकार्पण आज 29 मार्च, 2025 को हिन्दू मंदिर, नॉटिंघम में किया गया। यह लोकार्पण कलानिकेतन हिंदी स्कूल, नॉटिंघम द्वारा वार्षिक हिंदी भाषण प्रतियोगिता के आयोजन के अंतर्गत किया गया था। कार्यक्रम में अध्यापिकाओं, विद्यार्थियों एवं अभिभवकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। प्रतियोगिता में 5 वर्ष से लेकर 18 वर्ष तक के बच्चों ने भाग लिया। प्रतियोगिता का प्रमुख उद्देश्य बच्चों को हिंदी भाषा का ज्ञान तथा भारतीय संस्कृति में रुचि को प्रोत्साहन देना होता है। इस अवसर पर विद्यार्थियों ने विविध विषयों पर अपने स्वरचित भाषण दिए। उनकी अलग-अलग विषयों के प्रति जागरुकता अत्यंत सराहनीय थी। एक छह साल की बच्ची ने कागज का तिरंगा झंडा स्वयं बनाया था और उस पर आधारित निबंध उसने तिरंगे झंडे को एक हाथ में लेकर सुनाया। कुछ विद्यार्थियों ने बड़े होकर उन्हें क्या बनना है यह बताया तो कुछ ने अपने जीवन का लक्ष्य तथा उन सपनों को कैसे साकार करें वह भी बताया। कुछ विद्यार्थियों ने फुटबॉल, टेनिस, संगीत, विज्ञान, अविष्कार (टेलीफोन, कंप्यूटर, पहिया, अंतरीक्ष-यात्रा आदि) तथा यात्राओं के विषयों पर अपनी उत्कृष्ट प्रस्तुतियाँ दी। दो छात्राओं ने बताया कि वे बड़े होकर लेखक बनना चाहती हैं। इसलिए वे अपनी डायरी लिखती रहती हैं। कार्यक्रम में सभी बच्चों को भागीदारी के लिए सर्टिफिकेट तथा जीतने वालों को ईनाम दिए गए। विद्यार्थियों को कुछ किताबें भी ईनाम में दी गई। यह बहुत ही महत्त्वपूर्ण और लोकप्रिय वार्षिक आयोजन रहा। विद्यार्थियों ने बहुत ही अनुशासित एवं उत्साह पूर्वक कार्यक्रम में सहभागिता की।

इस अवसर पर ‘काव्य रंग’ साहित्यिक संस्था की संस्थापक अध्यक्ष एवं वरिष्ठ लेखिका श्रीमती जय वर्मा मुख्य अतिथि थीं। कला निकेतन हिंदी स्कूल की प्रधानाचार्य श्रीमती सुमिता बेरी ने सबका स्वागत किया। हिंदी अध्यापिका श्रीमती प्रज्ञा गुप्ता तथा मीनू करीर ने कार्यक्रम का संयोजन किया। हिन्दू मंदिर, नॉटिंघम में हिंदी स्कूल की ये कक्षाएँ पिछले 55 वर्षों से निरंतर चल रही हैं। उससे विदेशों में हिंदी का आदान-प्रदान एवं विकास हुआ है। हिंदी शिक्षण के पाठ्यक्रम के पुस्तकों की रचना भी कला निकेतन स्कूल की अध्यापिकाओं की टीम ने लैंगुएज सेंटर तथा नॉटिंघम काउंटी काउन्सिल के साथ मिलकर की।