
प्रवासी संसार फाउंडेशन के तत्वाधान में रिटायर्ड जज वीरेन्द्र गोयल द्वारा लिखी गयी पुस्तक दक्षिण अफ्रीका; गाँधी से महात्मा गाँधी के लोकार्पण कार्यक्रम का इंडिया हैबिटैट सेंटर में आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व राजनयिक और दक्षिण अफ्रीका में भारत के उच्चायुक्त रहे श्री वीरेन्द्र गुप्ता द्वारा की गई। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथियों में रिटायर्ड जस्टिस श्री तलवंत सिंह, रिटायर्ड जस्टिस वी पी वैश्य, रिटायर्ड जस्टिस श्री सुधीर जैन और प्रख्यात गायक शंकर साहनी की उपस्थ्ति उल्लेखनीय रही।
कार्यक्रम का संचालन राकेश पांडेय संपादक प्रवासी संसार द्वारा किया गया। राकेश पांडेय जी ने अतिथयों और उपस्थित लोगों को पुस्तक गाँधी से महात्मा एक यात्रा वृतांत की विषय वस्तु और वीरेन्द्र गोयल के एक लेखक के रूप में उनके समर्पण से उपस्थित जनो को अवगत कराया। श्री नारायण कुमार ने भी गांधी जी पर अपने विचार व्यक्त किये
पुस्तक के लेखक वीरेन्द्र गोयल ने दक्षिण अफ्रीका की अपनी यात्रा और दक्षिण अफ्रीका में महात्मा गाँधी के जीवन से जुड़े स्थानों की यात्रा के दौरान रोमांच, गाँधी जी के उस समय के मानस की अनुभूति का बोध कराया।
रिटायर्ड जस्टिस तलवंत सिंह और रिटायर्ड जस्टिस सुधीर जैन जी ने लेखक गोयल के व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला और एक न्यायाधीश और लेखक के रूप में सामजस्य बिठाने की उनकी कला से सबको अवगत कराया। उन्होंने गोयल जी के मृदु स्वाभाव, वाक्पटुता और जीवन के प्रति उनके नजरिया पर प्रकाश डाला।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे राजदूत वीरेन्द्र गुप्ता जी ने दक्षिण अफ्रीका में उच्चायुक्त के रूप में अपने अनुभवों की साझा किया। उन्होंने गाँधी जी के एक रणनीतिकार के रूप में उनके पहलु पर प्रकाश डाला किस प्रकार असहयोग आंदोलन के समय दक्षिण अफ्रीका के कानून के रहते हुए एक रणनीति के तहत फीनिक्स आश्रम, टॉलस्टॉय आश्रम की स्थापना की। उन्होने नेल्सन मंडेला के गाँधी से प्रेरणा को भी रेखांकित किया। उनके अनुसार गाँधी दक्षिण अफ्रीका में आज भी प्रासंगिक है और आगे भी रहेंगे
प्रख्यात गायक साहनी ने शिव आराधना और महामृत्युंजय मंत्र का जाप किया और इसके महत्व को बताया।
धन्यवाद ज्ञापन के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ इस अवसर पर अनेक गणमान्य उपस्थित रहे।
रिपोर्ट- शरद कुमार
(साभार – राकेश पांडे की वाल से)