
यह उत्सव 24.09.2025 को दिनकर कला भवन में शुरू हुआ:
🎭 एनएसडी रिपर्टरी के प्रमुख श्री राजेश सिंह ने कलाकारों और उनकी तैयारी पर एक कार्यशाला का आयोजन किया।
💪 रिपर्टरी कलाकार श्री आलोक रंजन ने कलाकारों के लिए शारीरिक प्रशिक्षण पर एक सत्र आयोजित किया।
दिन का समापन श्री अजय कुमार के निर्देशन में ‘माई री मैं का से कहूँ’ नाटक (विजयदान देथा की प्रसिद्ध कहानी ‘दुविधा’ पर आधारित) के प्रदर्शन के साथ हुआ। नाटक का संगीत, कलाकारों का शानदार अभिनय और प्रस्तुति ने सभी का दिल जीत लिया।
🙏 बिहार विधान परिषद के माननीय सदस्य श्री सर्वेश कुमार, जाने-माने शिक्षाविद श्री अशोक सिंह, श्री विश्वरंजन सिंह ‘राजू’ और अनुभवी थिएटर कलाकार श्री अनिल पतंग का इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए धन्यवाद।
🌟 बेगूसराय के जिला संस्कृति अधिकारी श्री श्याम कुमार साहनी को इस उत्सव के आयोजन में उनके सहयोग के लिए विशेष धन्यवाद।
आगे क्या है:
📌 बंद गली का आखिरी मकान
📌 बाबूजी
📌 थिएटर कार्यशाला और सेमिनार
यह उत्सव एनएसडी रिपर्टरी के डायमंड जूबिली समारोह का हिस्सा है, जो बिहार सरकार के कला, संस्कृति और युवा विभाग के सहयोग से बिहार दौरे के दौरान प्रस्तुत किया जा रहा है।







