

‘ज़मीन तलाशती जड़ें’ कहानी संग्रह आज के प्रतिस्पर्धात्मक व जटिल दौर में जी रहे मानव के विभिन्न स्तरों पर टूटते, दरकते व खंडित होते जीवन मूल्यों के ऐसे चित्र प्रस्तुत करता है जिससे सभी सुधी पाठकों को ऐसा प्रतीत होगा, मानो हर कहानी उसकी अपनी कहानी हो। प्रस्तुत संग्रह में पात्र, घटना व परिस्थितियों के मूल में अपनी विडंबना छिपी है। इस पुस्तक की लेखिका अनीता वर्मा ने इन्हीं प्रवृत्तियों के स्वरूप को अपनी कलात्मक लेखनी का स्पर्श देकर जीवंत कथा बना दिया है। कहानियों के विषय-वस्तु का फलक असीम है। अपने काल, देश, परिवेश और संस्कारों के अनुरूप प्रत्येक कहानी पाठकों के हृदय पर अमिट छाप छोड़ेगी। पुस्तक की कहानी ‘जमीन तलाशती जड़ें’ में लेखिका ने शब्दों के माध्यम से यह दिखाने का प्रयास किया है कि इतने संघर्ष के बाद भी लोगों को किस तरह समय के साथ समझौता करना पड़ता है वहीं एक अन्य कहानी ‘पत्थर वाली मजार’ में यह बताने का प्रयास किया है कि किस तरह लोग झाड़-फूंक, अंधविश्वास के चक्कर में अपना सर्वस्व लुटा रहे हैं।
पुस्तक : जमीन तलाशती जड़ें, लेखिका अनीता वर्मा, पृष्ठ : 96, मूल्य: 200, प्रकाशक अखिल भारती, 3014, चर्खेवालान, दिल्ली-61
