
दिनांक 27/10/2025 वैश्विक हिंदी परिवार की वार्षिक आम सभा सत्र 2024-25 प्रवासी भवन में श्री अनिल जोशी की अध्यक्षता में संपन्न हुई। जिसमें बैठक पूर्व उपस्थित सदस्यों/ साहित्यकारों के मध्य एक काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया। तदुपरान्त श्री राजेश चेतन जी (सचिव) ने अपने उद्बोधन के साथ वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत की, जिसमें वर्ष भर में न्यास द्वारा किए गए कार्यक्रमों का विवरण एवं उनके द्वारा वैश्विक हिंदी परिवार की विदेशों में बढ़ती लोकप्रियता के साथ उसके वैश्विक प्रसार पर चर्चा की। तत्पश्चात श्री विनयशील चतुर्वेदी (कोषाध्यक्ष) ने विगत सत्र में प्राप्त सहयोग राशि और उसके व्यय एवं शेष राशि से संबंधित ब्यौरा प्रस्तुत किया, जिसका सभी सदस्यों ने ध्वनि मत से समर्थन किया।

आगामी कार्यक्रमों से सम्बन्धित बिंदुवार चर्चा में विभिन्न सदस्यों ने अपने बहुमूल्य सुझाव दिए जो इस प्रकार हैं :
डॉ. शैलजा सक्सेना जी ने अंतरराष्ट्रीय भारतीय भाषा सम्मेलन 2026 में वर्चुअल प्रतिभागिता की पहल का सान्निध्य सुझाव दिया। सृजन कुमार जी ने न्यास की गतिविधियों पर अपनी स्वीकृति प्रदान की और वेदप्रकाश सिंह जी ने शिक्षण में प्रगति की सराहना की।
वरिष्ठ कवयित्री सविता चड्ढा जी ने परिवार के सदस्यों की रचनाओं को न्यास द्वारा लोकार्पित करने और उसे समाज में पहुंचाने का सुझाव दिया। सुश्री अरुणा गुप्ता जी ने इस कार्यक्रम में विश्वविद्यालय की छात्राओं को जोड़ने एवं ऋषि कुमार शर्मा जी ने वैश्विक हिंदी परिवार की गतिविधियों की सराहना करते हुए कहा कि न्यास ने किसी सरकारी संस्था से अधिक साहित्यिक आयोजन करने और हिंदी भाषा एवं साहित्य से जुड़े लोगों को एक मंच पर लाने का अद्भुत प्रयास किया है, जो किसी भी अकादमी से अधिक सशक्त एवं सक्षम है। सुश्री नलिनी भार्गव जी ने न्यास के प्रति अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की और स्वयं को इस परिवार में शिशुवत बताया। श्री शैलेन्द्र जी ने कार्यकारिणी की क्रियाशीलता एवं उसके निष्ठापूर्वक कार्य करने की उपादेयता की प्रशंसा की। मनोज श्रीवास्तव ‘अनाम’ ने वैश्विक हिंदी परिवार के माध्यम से हिंदी भाषा के वैश्विक प्रसार, सृजन एवं आत्मीय संबंधों पर चर्चा करते हुए कहा कि वर्तमान में विभिन्न माध्यमों द्वारा न्यास समस्त हिंदी भाषियों को एकजुट करने और हिंदी को पुनर्जीवित करने की अनूठी पहल वास्तव में प्रशंसनीय है। अन्त में श्री नारायण कुमार जी ने अफ्रीका महाद्वीप में न्यास के प्रसार, विशेषकर कीनिया हिंदी संस्थान, तंजानिया में संचालित केंद्रीय विद्यालय एवं दक्षिण अफ्रीका की हिंदी सेवा जैसी संस्थाओं को पुनर्जीवित करके उन्हें मुख्यधारा में लाने की बात कही और आगामी भारतीय भाषा सम्मेलन 2026 को विभिन्न समाचार पत्रों एवं सोशल मीडिया के माध्यम से शीघ्र प्रसारित करने और समाचार पत्रों की कार्यक्रम में सक्रिय भागीदारी पर जोर दिया। बैठक की अध्यक्षता श्री अनिल जोशी ने की और पधारे हुए समस्त सदस्यों के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित की।




इस आम सभा में भौतिक एवं आभासी उपस्थित इस प्रकार रही :
भौतिक उपस्थिति : श्री नारायण कुमार, श्री अनिल जोशी, श्री राजेश जैन, श्री विनयशील चतुर्वेदी, डॉ. ऋषि कुमार शर्मा, डॉ मंजू गुप्ता, डॉ. अरुणा गुप्ता, डॉ सविता चड्ढा, डॉ नीलम वर्मा, डॉ राकेश पांडे, डॉ. नलिनी भार्गव, डॉ राजकुमार शर्मा, श्री शैलेंद्र शर्मा।
आभासी माध्यम से उपस्थिति : डॉ. वेद प्रकाश सिंह- जापान, डॉ. सृजन कुमार- दक्षिण कोरिया, डॉ. अनीता कपूर- उत्तरी अमेरिका, सुश्री निशा भार्गव- दिल्ली, डॉ. जयशंकर यादव- कर्नाटक, सुश्री दिव्या माथुर- ब्रिटेन, डॉ. रेखा राजवंशी- ऑस्ट्रेलिया, रमा शर्मा- जापान, डॉ. शैलजा सक्सेना- कनाडा, सुश्री अनीता वर्मा- दिल्ली, डॉ. विवेक शर्मा- दिल्ली, श्री संतोष कुमार मिश्रा- दिल्ली, सुश्री सुनीता पाहूजा- दिल्ली।
