
श्री संतोष चौबे को ‘अखिल भारतीय ब्रह्मदत्त तिवारी स्मृति सम्मान–2024’
सृजन चेतना की संवाहक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर क्रियाशील ‘कादंबरी संस्था’, जबलपुर का प्रतिष्ठित ‘अखिल भारतीय ब्रह्मदत्त तिवारी स्मृति सम्मान–2024’ श्री संतोष चौबे, वरिष्ठ कवि, कथाकार, निदेशक, विश्व रंग एवं कुलाधिपति, रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय, भोपाल को प्रदान कर सम्मानित किया गया। कादंबरी द्वारा जबलपुर में आयोजित भव्य एवं गरिमापूर्ण समारोह में प्रतीक चिन्ह, मानपत्र, सम्मान निधि, शॉल और श्रीफल प्रदान कर श्री संतोष चौबे जी को प्रतिष्ठित ‘अखिल भारतीय ब्रह्मदत्त सम्मान–2024’ से अलंकृत किया गया। इस अवसर पर वरिष्ठ रचनाकार एवं इलेक्ट्रॉनिकी आपके लिए की कार्यकारी संपादक डॉ. विनीता चौबे जी ने अपनी रचनात्मक उपस्थिति दर्ज कराई।

उल्लेखनीय है कि कवि, कथाकार, उपन्यासकार, संपादक और अनुवादक श्री संतोष चौबे अपने अभिनव रचनात्मक प्रकल्पों और नवाचारों के लिए वैश्विक स्तर पर एक विशिष्ट पहचान रखते हैं। उन्होंने हिन्दी भाषा और भारतीय संस्कृति के प्रसार के उद्देश्य से अंतरराष्ट्रीय ‘विश्वरंग’ महोत्सव की वर्ष 2019 में भोपाल से शुरुआत की जिसके आज 60 से अधिक सदस्य देश हैं। हाल ही में विश्व रंग का ‘मॉरीशस’ में भव्य आयोजन कर उन्होंने हिंदी के वैश्विक विस्तार की जमीन तैयार की है।

हाल ही में उन्हें सिंगापुर में ‘विश्व हिंदी शिखर सम्मान– 2024’ और फ्रांस में प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय ‘भारत गौरव सम्मान–2024’ से सम्मानित किया गया। इसके पूर्व लंदन में “वातायन यू.के. अंतरराष्ट्रीय शिखर सम्मान 2023” और अमेरिका के प्रतिष्ठित संस्थान द्वारा ‘लाईफ टाईम एचीवमेंट अवार्ड–2023 से सम्मानित किया गया।
श्री संतोष चौबे को कविता (कहीं और सच होंगे सपने) के लिए मध्यप्रदेश साहित्य परिषद् का दुष्यंत कुमार पुरस्कार, आलोचना (कला की संगत) के लिए स्पंदन आलोचना सम्मान, अनुवाद (मास्को डायरी) के लिए मध्यप्रदेश राष्ट्रभाषा प्रचार समिति का पुरस्कार एवं उपन्यास (जलतरंग) के लिए शैलेश मटियानी तथा अन्तरराष्ट्रीय वैली ऑफ वर्ड्स पुरस्कार प्राप्त हुए हैं। समग्र साहित्यिक अवदान के लिए उन्हें राष्ट्रीय दुष्यंत एवं शिवमंगल सिंह सुमन अलंकरण आदि प्राप्त हुए हैं।

प्रतिष्ठित ‘अखिल भारतीय ब्रह्मदत्त तिवारी स्मृति सम्मान–2024’ के लिए श्री संतोष चौबे जी को ‘विश्व रंग’ टैगोर अंतर्राष्ट्रीय साहित्य एवं कला महोत्सव, विश्व रंग सचिवालय, टैगोर अंतरराष्ट्रीय हिंदी केन्द्र, प्रवासी भारतीय साहित्य एवं संस्कृति शोध केन्द्र, टैगोर विश्व कला एवं संस्कृति केंद्र, रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय, स्कोप ग्लोबल स्किल्स विश्वविद्यालय, डॉ. सी.वी. रामन विश्वविद्यालय, बिलासपुर, खंडवा, वैशाली, आईसेक्ट विश्वविद्यालय, हजारीबाग, आईसेक्ट पब्लिकेशन, वनमाली सृजन पीठ, समस्त वनमाली सृजन केंद्रों तथा साहित्य, कला संस्कृति की सहयोगी संस्थाओं ने हार्दिक बधाई दी है।