
महिला दिवस पर वैश्विक हिंदी परिवार, अंतर्राष्ट्रीय सहयोग परिषद् व पंडित तिलक राज शर्मा स्मृति न्यास के तत्वावधान में उत्कृष्ट योगदान के लिए आठ विदुषी महिलाओं को सम्मानित किया गया
रिपोर्ट- अनीता वर्मा
स्त्री जब मौन होती है तो भी संवाद होता है
उसकी नैसर्गिक शक्ति में अनहद नाद होता है
दिनांक 8 मार्च 2025 को वैश्विक हिन्दी परिवार व अंतरराष्ट्रीय सहयोग परिषद व पंडित तिलक राज शर्मा स्मृति न्यास के तत्वावधान में प्रवासी भवन में एक शानदार कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ प्रत्यूष वत्सला प्राचार्य लक्ष्मी बाई महाविद्यालय द्वारा की गई। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि डॉ रमा शर्मा प्राचार्य हंसराज कॉलेज व कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि वरिष्ठ कवयित्री व पूर्व उपप्राचार्य कमला नेहरू महाविद्यालय डॉ मंजु गुप्ता थी।

विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट व उल्लेखनीय कार्य कर रही महिलाओं को सम्मानित किया गया।
डॉ मृदुल कीर्ति- आस्ट्रेलिया को भारतीय ज्ञान परंपरा में साहित्य के क्षेत्र में विशेष योगदान के लिए सम्मानित किया गया।

जॉ ऋतु ननन पांडेय को नीदरलैंड में भारतीय संस्कृति व साहित्यिक के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य के लिए विशेष योगदान के लिए सम्मानित किया जाता है।
डॉ सविता चड्डा को साहित्य के क्षेत्र में विशेष योगदान व डॉ नीलम वर्मा को हृदय रोग विशेषज्ञ व कथक नृत्यांगना के रूप में।
सरोज शर्मा को योग के क्षेत्र में विशिष्ट योगदान के लिए , डॉ रजनी सरीन को समाजसेवा के क्षेत्र में विशिष्ट योगदान।
डॉ नलिनी भार्गव- चित्रकार के रूप में विशेष योगदान ,डॉ अंजना सिंह सेंगर- शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान हेतु सम्मानित किया गया।

सभी को मंच पर बोलने के लिए आमन्त्रित किया गया जिसमें उन्होंने अपनी यात्रा के बारे में बताया।
माननीय डॉ रमेश पोखरियाल निशंक जी कवि लेखक व लेखक ग्राम की स्थापना करने वाले पूर्व केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने अपने विशिष्ट उद्बोधन में कहा कि स्त्री शक्ति भारतीय समाज की
रीढ़ है और हमारी भारतीय संस्कृति में सदैव से ही महिलाओं को सशक्त समझा गया है। उन्होंने आगे कह कि आज हमारे देश की राष्ट्रपति द्रोपदी मुरमू हैं और दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता जी हैं। उन्होंने सभी सम्मानित होने वाली महिलाओं को प्रत्येक के बारे में बोलते हुए बधाई दी।







डॉ रमा शर्मा जी (प्राचार्य हंसराज कॉलेज ) ने स्त्री की ताक़त और क्षमताओं पर बात करते हुए कहा कि हमें अपनी प्रतिभा को पहचान कर समाज का नेतृत्व करना चाहिए पर ये ध्यान रखना होगा कि स्त्री के मूल में उसका स्त्री होना ही है।
विशिष्ट अतिथि डॉ मंजु गुप्ता सुप्रसिद्ध कवयित्री व पूर्व प्राचार्य कमला नेहरू कॉलेज ने अपनी पुस्तक में से कविता पढ़ते हुए स्त्री जीवन में आने वाली चुनौतियों पर चर्चा की।

कार्यक्रम अध्यक्ष डॉ प्रत्यूष वत्सला- प्राचार्य लक्ष्मी बाई कॉलेज ने अपने वक्तव्य में कहा कि स्त्री के भीतर ऐसी शक्तियां हैं जो उसे सशक्त बनाती हैं। अपने वक्तव्य में उन्होंने विदुषी महिलाओं के नाम लेते हुए कहा कि समय में परिवर्तन तो हुआ ही है, हालाँकि अभी भी बहुत काम बाक़ी है।
वैश्विक हिन्दी परिवार के अध्यक्ष अनिल जोशी ने अपने वक्तव्य में स्त्री सशक्तिकरण की बात करते हुए महिला दिवस के इतिहास पर चर्चा की।
डॉ इन्द्रजीत शर्मा-अध्यक्ष पं. तिलकराज शर्मा स्मृति न्यास अमेरिका ने अपनी संस्था के बारे में बताते हुए सभी सम्मानित स्त्रियों को बधाई दी।

कार्यक्रम का प्रभावी व सशक्त संचालन कवयित्री अनीता वर्मा ने किया। जिसमें उन्होंने अपनी कविता
वो महकती सी लड़की,
और नुक्कड़ की अम्मा
खुद से ही खुद को सवाल पूछती है
सवालों में अपने जबाब ढूँढती है.. – अनीता वर्मा
का शानदार पाठ भी किया।
