
प्रेम जन्मेजय के कलम से :
-प्रेम जन्मेजय
मित्रो! पिछले डेढ़ महीने से मेरा ओढ़ना- बिछौना बना ‘व्यंग्य यात्रा’ का 148 पृष्ठीय जुलाई- सितंबर 2025 अंक प्रेस में चला गया है। पुस्तक विमर्श के लिए इस अंक से दो स्तंभ आरंभ किए हैं। ‘द्विकोणीय’ और ‘जय प्रकाश पाण्डेय के बुक कैफे से’। ‘द्विकोणीय’ में जवाहर चौधरी के व्यंग्य उपन्यास ‘संत चौक’ वृहद चर्चा है। ‘जय प्रकाश पाण्डेय के बुक कैफे से’ में बालेंदु द्विवेदी और मनीषा कुलश्रेष्ठ की कृतियों पर चर्चा है।
इस अंक का आवरण संदीप राशिनकर की कलाकृति पर आधारित है।
इस अंक में आप पढ़ पाएंगे।
पाथेय: शंकर पुणतांबेकर, मालती जोशी, लतीफ घोंघी।
चिंतन: बी. एल. आच्छा, सेवाराम त्रिपाठी, महेश दर्पण, संजीव कुमार, समीक्षा तैलंग और डिम्पल गोयल।
कबीरी धार की कविता:
सुभाष राय विष्णु नागर, उदयप्रताप सिंह, विज्ञान व्रत, यश मालवीय, विनोद शाही, रामदरश मिश्र, विजय बहादुर सिंह, राजकुमार कुम्भज, देवेंद्र कुमार देवेश, राकेश अचल, ओम निश्चल, कुमार अनुपम, शिवानंद सिंह ‘सहयोगी’, अरविंद तिवारी, गिरीश पंकज, शिव नारायण, अतुल चतुर्वेदी, अर्जुन चह्वाण, गुरविंदर बांगा, नरेश शांडिलय, लालित्य ललित, सोमदत्त शर्मा, के पी सक्सेना ‘दूसरे, संदीप राशिनकर, महेश कटारे सुगम, संतोष त्रिवेदी, शशिकला त्रिपाठी, रणविजय राव, शुभदा पांडेय।
त्रिकोणीय में बुलाकी शर्मा, ज्ञान चतुर्वेदी, प्रेम जनमेजय, बुलाकी शर्मा,सुभाष चंदर, पूर्ण शर्मा ‘पूरण’ , मधु आचार्य ‘आशावादी’, नीरज दइया
व्यंग्य रचनाएं में:
प्रताप सहगल, विनोद साव, रामदेव धुरंधर, हरि मृदुल ,श्रीकांत चौधरी, धर्मेन्द्र निर्मल, सुधीर ओखदे, अनूप शुक्ल, विप्रम, रामस्वरूप दीक्षित, सुभाष नीरव, रामकिशोर उपाध्याय, अशोक भाटिया, पंकज शर्मा, अरविंद विद्रोही, सूर्यकांत नागर, रेखा शाह अरबी, संदीप अवस्थी, पुष्पलता , धर्मपाल महेंद्र जैन, सम्राट सुधा , रजनी शर्मा, स्वाति चौधरी, सुधा कुमारी, श्रद्धा जलज घाटे, सुनील देवघर, मुकेश शर्मा, ललन चतुर्वेदी, अखिलेश श्रीवास्तव चमन, मुकेश नेमा, विवेक रंजन श्रीवास्तव, साकार श्रीवास्तव ‘फलक’, विनोद कुमार विक्की, रमेशचंद्र, रास बिहारी गौड़, शैलेश शुक्ला, सुभाष काबरा।
इथर जो मैंने पढ़ा-
द्विकोणीय में ‘संत चौक’ :
प्रेम जनमेजय, जवाहर चौधरी, अनूप शुक्ल,सूर्यकांत नागर, जयप्रकाश पांडेय ‘साहित्य तक’ के बुक कैफे में
बालेंदु द्विवेदी का उपन्यास और
मनीषा कुलश्रेष्ठ की घुमक्कड़ी …
अवधेश तिवारी – सतपुड़ा का वनफूल…
मधु कांकरिया- काठ के पुतलेः मनुष्यता और…
इधर प्राप्त कुछ पुस्तकें :
प्रमोद ताम्बट- एक अलग मुकाम पर…
ऋषभ जैन- हैशटैग मीरा अंडरस्कोर कूल
अतुल्य खरे पैने नश्तर से सराबोर…
विवेक कुमार मिश्र … सामाजिकता की बड़ी कविताएं
अर्चना चतुर्वेदी- किताब पर ईमानदार विचार
कथांतर, नान्दी, सोच विचार के अंक
कृष्ण बिहारी पाठक
समाचार।