मॉरीशस की हिंदी रचनाशीलता की एक प्रतिनिधि झलक

मॉरीशस में तीन वर्षों तक भारतीय उच्चायोग में हिंदी एवं संस्कृति अधिकारी के रूप में कार्य कर चुकीं श्रीमती सुनीता पाहूजा द्वारा संकलित “मॉरीशस की साहित्यिक सुगंध” उनके कार्यकाल के दौरान मॉरीशस के रचनाकारों और हिंदी से जुड़े सांस्कृतिक मूल्यों से गहरे जुड़ाव, संवाद और संवेदना की परिणति है।

यह संग्रह मॉरीशस के 40 से भी अधिक हिंदी रचनाकारों की 64 रचनाओं को समेटे हुए है — जिनमें कविता, कहानी, संस्मरण, लेख और शोध आलेख शामिल हैं। यह केवल मॉरीशस के हिंदी साहित्य का संकलन ही नहीं, बल्कि मॉरीशस और भारत के बीच सृजनात्मक सेतु को एक नई अभिव्यक्ति देने का प्रयास भी है। मॉरीशस की दो महान विभूतियों — पं. अभिमन्यु अनत और

डॉ. मुनिश्वर लाल चिंतामणि को समर्पित इस पुस्तक की सह-संपादिका मॉरीशस में बसी हिंदी की सक्रिय साहित्यकार श्रीमती अंजू घरभरन हैं।

बृहस्पतिवार, 31 जुलाई 2025 को तुलसी जयंती के पावन अवसर पर मॉरीशस स्थित रामायण सेंटर में “मॉरीशस की साहित्यिक सुगंध” पुस्तक का लोकार्पण किया गया। बड़ी संख्या में भक्तजनों और साहित्य प्रेमियों की उपस्थिति में इस पुस्तक का लोकार्पण मॉरीशस गणराज्य के कला एवं सांस्कृतिक धरोहर मंत्री माननीय श्री महेंद्र गोंदिआ, मॉरीशस में भारतीय उच्चायुक्त महामहिम श्री अनुराग श्रीवास्तव तथा रामायण सेंटर की अध्यक्ष डॉ. वीनू अरुण के कर-कमलों द्वारा किया गया।

माननीय मंत्री जी ने मॉरीशस की साहित्यिक सुगंध को एक महत्वपूर्ण पुस्तक बताते हुए कहा कि यह एक साहित्यिक कृति से कहीं अधिक एक सांस्कृतिक प्रस्तुति है। उन्होंने कहा कि सुनीता पाहूजा ने हमारे अस्तित्व की सुगंध को शब्दों में पिरोया है। श्री अनुराग श्रीवास्तव जी ने पुस्तक लोकार्पण के लिए बधाई देते हुए कहा कि मैं आशा करता हूं कि मॉरीशस की यह साहित्यिक सुगंध विश्व भर में फैले। डॉ. वीनू अरुण जी ने इसे एक अत्यंत सराहनीय प्रयास बताते हुए कहा कि इस पुस्तक के माध्यम से सुनीता पाहूजा ने भारत और मॉरीशस की संस्कृति और साहित्य को जोड़ने का कार्य किया है। इस अवसर पर सभी का धन्यवाद करते हुए और रामायण सेंटर की पूरी टीम का विशेष आभार व्यक्त करते हुए श्रीमती सुनीता पाहूजा ने पं राजेंद्र अरुण जी की स्मृति को शत-शत नमन किया और उनके चरणों में पुस्तक की प्रति समर्पित की।

शनिवार, 2 अगस्त 2025 को ऑक्टाविए, मॉरीशस विश्वविद्यालय में आयोजित अंतरराष्ट्रीय भोजपुरी महोत्सव के अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मॉरीशस गणराज्य के राष्ट्रपति, महामिहम श्री धर्मवीर गोकुल जी को पुस्तक की एक प्रति भेंट की गई।

बुधवार, 6 अगस्त 2025 को मॉरीशस के मोका ज़िले में स्थित महात्मा गाँधी संस्थान में वार्षिक कार्यक्रम हिंदी लेखक दिवस इस वर्ष मॉरीशस के वयोवृद्ध हिंदी साहित्कार श्री सूर्यदेव सिबोरत जी के सम्मान में आयोजित किया गया था। इस अवसर पर अनेक उच्चाधिकारियों और विद्वानों के बीच सुनीता पाहूजा ने इस पुस्तक की विस्तृत जानकारी देते हुए अपने तीन वर्षों के मॉरीशस प्रवास के सुखद अनुभव भी साझा किए और पुस्तक की एक प्रति साहित्यकार सिबोरत जी को भी भेंट की। इस पुस्तक में उनकी तीन कविताएं शामिल हैं। 

शुक्रवार, 8 अगस्त 2025 को भारत मॉरीशस डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म की संस्थापक व पत्रकार श्रीमती सविता तिवारी व उनके पति आचार्य पूर्णचंद तिवारी द्वारा मॉरीशस के ला लॉरा गाँव में स्थित शिव शक्ति मंदिर में “मॉरीशस की साहित्यिक सुगंध” पर एक पुस्तक परिचर्चा की व्यवस्था की गई। इस कार्यक्रम में, पुस्तक में योगदान करने वाले 9 रचनाकारों तथा 6 अन्य विशिष्ट अतिथियों को पुस्तक परिचर्चा के लिए आमंत्रित किया गया था। इनमें शामिल रहे आर्य नेता डॉ. उदय नारायण गंगू, भोजपुरी स्पीकिंग यूनियन की पूर्वाध्यक्ष डॉ. सरिता बुद्धु, महात्मा गाँधी संस्थान में आईसीसीआर हिंदी पीठ डॉ. राज शेखर, मॉरीशस के वयोवृद्ध साहित्यकार व हिंदी लेखक संघ के सक्रिय सदस्य डॉ. लालदेव अंचराज, हिंदी संगठन की नामित अध्यक्ष, डॉ. अंजलि चिंतामणि, व्यवसाय क्षेत्र से जुड़ीं श्रीमती अनीता नंदा, हिंदी लेखक डॉ. सोमदत्त काशीनाथ, झाड़खंड, भारत से पधारीं हिंदी लेखिका डॉ. शारदा प्रसाद आदि। सभी ने पुस्तक पर अपने उद्गार अभिव्यक्त किए और सुनीता पाहूजा के कार्यकाल के दौरान उनके साथ अपने तीन वर्षों के अनुभव साझा किए। डॉ. शारदा प्रसाद ने “मॉरीशस की साहित्यिक सुगंध” की काव्यात्मक समीक्षा पढ़ी।

शनिवार 9 अगस्त 2025 को मॉरीशस ब्रॉडकास्टिंग कॉर्पोरेशन की फ़्रीलांसर अंजू घरभरन ने रेडियो मॉरीशस पर एक घंटे के लाइव कार्यक्रम में पुस्तक पर बातचीत की। इस दौरान अनेक श्रोता भी जुड़े और रचनाकारों व पुस्तक के प्रति अपनी रुचि जाहिर करते हुए उन्होंने पुस्तक खरीदने की इच्छा व्यक्त की। वे जानना चाहते थे कि पुस्तक कहाँ से और कैसे खरीदी जा सकती है।

मॉरीशस के 17 अगस्त 2025 के रविवारीय फ़्रैंच समाचार पत्र Le Journal Demanche में पुस्तक के संबंध में सुनीता पाहूजा का साक्षात्कार प्रकाशित हुआ। अपनी बातचीत को रेखांकित करते हुए पत्रकार लिखती हैं – “मॉरीशस की साहित्यिक सुगंध” के माध्यम से सुनीता पाहूजा ने केवल एक राजनयिक छवि ही नहीं निर्मित की बल्कि भारत और मॉरीशस के बीच के सांस्कृतिक पुल को सुदृढ़ता भी प्रदान की है।

भारत और मॉरीशस की द्विपक्षीय संस्था विश्व हिंदी सचिवालय द्वारा, इस पुस्तक के रचनाकारों के सम्मेलन का आयोजन किया गया। सोमवार, 18 अगस्त 2025 को आयोजित इस कार्यक्रम में 30 से अधिक रचनाकारों ने अपनी रचनाएं प्रस्तुत कीं और पुस्तक पर अपने विचार व्यक्त किए। मॉरीशस ब्रॉडकास्टिंग कॉर्पोरेशन टेलिविज़न ने इस कार्यक्रम की कवरेज की और समाचार में इसकी विस्तृत जानकारी दी।

    विभिन्न अवसरों पर विभिन्न विशिष्ट व्यक्तियों को पुस्तक भेंट करने का सुअवसर मिला।

पूर्व राष्ट्रपति महामहिम श्री पृथ्वीराजसिंह रूपन 
पूर्व प्रधानमंत्री माननीय प्रवीण जगन्नाथ

         

पूर्व सांसद माननीय श्री विकास नकछेदी
                 तृतीयक शिक्षा मंत्री माननीय श्री कविराज सुकन
सामाजिक सांस्कृतिक संस्थाओं की अध्यक्ष/सदस्य
2 thoughts on “मॉरीशस की साहित्यिक सुगंध – (मॉरीशस में लोकार्पण व पुस्तक संबंधी अन्य कार्यक्रमों की रिपोर्ट)”

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