डॉ शिप्रा शिल्पी व्यक्तित्व और कृतित्व पर केन्द्रित पत्रिका प्रज्ञान ‘विश्वम्’ का हुआ लोकार्पण

नई दिल्ली- भारत की प्रतिष्ठित वैश्विक संस्था अखिल भारतीय सर्वभाषा संस्कृति समन्वय समिति एवं जर्मनी की साहित्यिक संस्था वैश्विक हिंदी शाला संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में प्रेस क्लब ऑफ इंडिया के सभागार में कोलोन, जर्मनी की प्रतिष्ठित प्रवासी साहित्यकार एवं मीडिया प्रोफेशनल डॉ शिप्रा शिल्पी के व्यक्तित्व और कृतित्व पर केन्द्रित बहुराष्ट्रीय साहित्यिक पत्रिका प्रज्ञान विश्वम् के विशेषांक तथा डॉ शिप्रा शिल्पी द्वारा संपादित पुस्तक जर्मनी की चयनित रचनाएँ का भव्य लोकार्पण समारोह आयोजित किया गया।

समारोह की अध्यक्षता पूर्व केन्द्रीय शिक्षा मंत्री तथा पूर्व मुख्यमंत्री (उत्तराखण्ड) वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. रमेश पोखरियाल “निशंक” ने की तथा संचालन सुप्रसिद्ध साहित्यकार एवं पत्रकार पंडित सुरेश नीरव ने किया। इस अवसर पर पत्रिका को केन्द्र में रखकर जिन साहित्यकारों ने अपने विचार व्यक्त किये उनमें सर्वश्री अनिल जोशी पूर्व उपाध्यक्ष केन्द्रीय हिन्दी संस्थान, भारत सरकार, अध्यक्ष वैश्विक हिंदी परिवार, ऋषि शर्मा उपसचिव, हिंदी अकादमी,कपिल त्रिपाठी वैज्ञानिक F भारत सरकार, टेक्नोलॉजी डवलपमेंट बोर्ड डिपार्टमेंट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी, भारत सरकार, दिल्ली, अतुल वीएन चतुर्वेदी दूरदर्शन प्रतिनिधि तथा संपादक इटावा टाइम्स, मेगपाईफैशन पत्रिका के संपादक डॉ अभिषेक चंदन, प्रोफेसर वेद प्रकाश वत्स”, प्रतिष्ठित कवयित्री मधु मिश्रा, लखनऊ से आईं कवयित्री डॉ राधा बिष्ट, लोकप्रिय हास्य कवि विनोद पाण्डेय,साहित्यकार इंदु सिंह तथा प्रतिष्ठित कवयित्री डॉ कविता सिंह “प्रभा” उल्लेखनीय हैं।

विचार सत्र के पश्चात दूसरे सत्र में अखिल भारतीय सर्वभाषा संस्कृति समन्वय समिति तथा वैश्विक हिंदी शाला द्वारा मान पत्र, शॉल एवं माला पहनाकर वरिष्ठ साहित्यकारों को सम्मानित भी किया गया। इस क्रम में डॉ रमेश पोखरियाल “निशंक” को लिटरेचर लॉरिएट एवार्ड, डॉ शिप्रा शिल्पी को द यूनीवर्स स्कॉलर एवार्ड, कपिल त्रिपाठी को विज्ञान भारती सम्मान, अनिल जोशी को भाषा भूषण सम्मान, मधु मिश्रा को लोकभारती सम्मान, डॉ कविता सिंह “प्रभा” को काव्य कोकिला सम्मान, इंदु सिंह को साहित्य भारती सम्मान अतुल वीएन चतुर्वेदी, डॉ राधा बिष्ट को प्रज्ञान विश्वम सम्मान तथ समारोह संयोजक पंडित सुरेश नीरव को प्रत्यभिज्ञ सम्मान से अलंकृत किया गया। सभी वक्ताओं ने डॉ शिप्रा शिल्पी के साहित्यिक योगदान तथा पंडित सुरेश नीरव के नेतृत्व में अखिल भारतीय सर्वभाषा संस्कृति समन्वय समिति के उल्लेखनीय योगदान को विस्तारपूर्वक रेखांकित किया। आभार प्रदर्शन तथा स्नेह भोज के समारोह का समापन हुआ।

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