
जेएनयू में ‘अक्षि मंच पर सौ सौ बिम्ब’ उपन्यास पर चर्चा और संवाद
दिनांक 4 मई 2025, जेएनयू के भारतीय भाषा केंद्र में लेखिका अल्पना मिश्र जी की पुस्तक ‘अक्षि मंच पर सौ सौ बिम्ब’ पर चर्चा और संवाद का आयोजन हुआ। उपन्यास लेखिका ‘प्रो. अल्पना मिश्र की गरिमामयी उपस्थिति में पुस्तक-परिचर्चा पर शानदार कार्यक्रम का आयोजन हुआ। जिसमें अध्यक्षता भारतीय भाषा केंद्र, जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय की चेयरपर्सन प्रो. बंदना झा ने किया। विशिष्ट सम्बोधन के रुप में सुप्रसिद्ध रचनाकार एवं आलोचक जयप्रकाश कर्दम एवं दिल्ली विश्वविद्यालय, हिंदी विभाग के सहायक प्रोफेसर दीपक जायसवाल रहे। स्वागत वक्तव्य और संयोजक के रुप में भारतीय भाषा केंद्र, जेएनयू के प्रोफेसर रामचंद्र उपस्थित रहे। भारतीय भाषा केंद्र, जेएनयू की शोधार्थी हर्षिता दुबे ने कार्यक्रम का कुशल संचालन किया।
अल्पना मिश्र के फेसबुक वॉल से—
“जेएनयू ने जो मान सम्मान और स्नेह दिया, वह गूँगे का गुड़ है, कितना भी कहूँ, पूरा अभिव्यक्त न हो सकेगा… इतना जीवंत, समृद्ध और सार्थकता का अहसास दिलाने वाले कार्यक्रम कम ही होते हैं, वक्ताओं ने इतना गहन अध्ययन किया था, अलग अलग कोणों से इतना सारगर्भित बोला, उपन्यास की एक एक लेयर खोली गई, इसके लिए वरिष्ठ साहित्यकार जयप्रकाश कर्दम जी, प्रो वंदना झा, असिस्टेंट प्रो दीपक जायसवाल, प्रो रामचंद्र जी के प्रति बहुत आभार, तरुणेश्वर ने भी बहुत सुंदर पर्चा पढ़ा, यह सब सुन कर अपने लिखे को समझे जाने का जो सुकून होता है, वह मन में उत्साह भरने के साथ साथ कृतज्ञ भी करता है , विद्यार्थियों के पास इतने इतने प्रश्न थे, ‘अक्षि मंच…’ उपन्यास का विषय भी मानसिक स्वास्थ्य को ले कर है तो ज़ाहिर है कि प्रश्न होते ही, सब कुछ बहुत सुंदर साथ ही सहज रहा, चित्रकार तरुणेश्वर निखिल ने मेरा एक स्केच भी भेंट किया, जो अद्भुत है, पहली बार अपनी तस्वीर और उपन्यास के चित्र सहित अनूठा सा जेएनयू कप भी मुझे उपहार में मिला, हर्षिता ने बहुत संतुलित संचालन किया, एक बार फिर से प्रो वंदना झा, प्रो रामचंद्र जी और उनकी पूरी टीम, जेएनयू के शिक्षकों और विद्यार्थियों को हार्दिक धन्यवाद…” – अल्पना मिश्र

















