
दिनांक 11 जून 2025, सुबह श्रीमती पुष्पा भारती जी से बड़ी सुंदर बातचीत हुई। नब्बे साल की दीदी को मैंने शतायु होने की मंगल कामनाएं दीं। उन्होंने भरपूर प्रसन्नता का इज़हार करते हुए कहा कि आप सबका प्रेम बना रहे यही मेरी उपलब्धि है। उनकी आवाज़ में पहले जैसी ही खनक और जोशीला अंदाज़ था। 90 साल की उम्र में उनका यह दमख़म हम सबके लिए प्रेरणा स्रोत है। उन्होंने अपनी नई किताब “हमारे महान देश के कालजयी व्यक्तित्व” के बारे में कुछ महत्वपूर्ण जानकारियां साझा कीं।
यह चित्र सन् 2020 का है। माइक पर पुष्पा भारती जी हैं। मेरे मित्र केशव राय के आग्रह पर वे अंधेरी के लोखंडवाला कविता क्लब के कार्यक्रम में आई थीं। हमने उनसे संस्मरण सुनाने का अनुरोध किया था। श्रीमती पुष्पा भारती ने अपने यादों के ख़ज़ाने से संस्मरणों की अनूठी सौग़ात पेश की। उनकी वक्तृत्व क्षमता देखकर श्रोता समुदाय दंग रह गया। उन्होंने दो घंटे तक अपने जादुई अंदाज़ में एक दर्जन से अधिक संस्मरण सुनाए। उन्हें सुनना अविस्मरणीय अनुभव था।
श्रीमती पुष्पा भारती के संस्मरणों में महाकवि निराला, महादेवी वर्मा, फ़िराक़ गोरखपुरी, धर्मवीर भारती, श्रीलाल शुक्ल, कमलेश्वर, मार्कंडेय, दुष्यंत कुमार, हरिवंश राय बच्चन, अभिताभ बच्चन, सोनिया गांधी, राजीव गांधी, जैसी शख़्सियतें शामिल थीं। सभागार में उनकी बेटी प्रज्ञा भारती और दामाद प्रमेश आर्य भी मौजूद थे। उन्होंने अपनी बेटी और रंगकर्मी सत्यदेव दुबे से जुड़े कुछ ऐसे रोचक प्रसंग सुनाए जिन पर ज़बरदस्त ठहाके लगे।
श्रीमती पुष्पा भारती के प्रति श्रोताओं के लगाव का आलम यह था कि हाल में पैर रखने की भी जगह नहीं थी। आभार सभागार, लोखंडवाला, अंधेरी में रविवार 5 जनवरी 2020 को आयोजित इस कार्यक्रम में नवनीत के संपादक विश्वनाथ सचदेव, वरिष्ठ पत्रकार सुदर्शना द्विवेदी और मिर्ज़ा ग़ालिब अकादमी, वाराणसी के अध्यक्ष स्वामी ओमा अक्क ने श्रीमती पुष्पा भारती के साहित्य और पत्रकारिता में योगदान पर अपने विचार रखे।
कुल मिलाकर यह आयोजन हमारी स्मृति का अमिट हिस्सा है। प्रिय दीदी श्रीमती पुष्पा भारती को जन्मदिन बहुत बहुत मुबारक हो।



(साभार – Devmani Pandey की फेसबुक वॉल से)