
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र में हिंदी माह (2–30 सितम्बर) का शुभारंभ गरिमामय वातावरण में दीप प्रज्ज्वलन एवं मंगलाचरण के साथ हुआ।
कार्यक्रम का प्रारंभ गंगोत्री दास द्वारा प्रस्तुत गणेश वंदना से हुआ, जिसने उपस्थित जनसमूह को आध्यात्मिक और सांस्कृतिक भावनाओं से अभिभूत कर दिया।
इसके उपरांत मुख्य अतिथि प्रो. सुधा सिंह ने हिंदी भाषा की समृद्ध परंपरा, साहित्यिक योगदान और इसकी वर्तमान प्रासंगिकता पर अपने सारगर्भित विचार रखे।
केंद्र के सदस्य सचिव डॉ. सच्चिदानंद जोशी ने सभी से हिंदी से संबंधित प्रतियोगिताओं में सक्रिय भागीदारी का आह्वान किया। साथ ही उन्होंने कर्मचारियों को अन्य भारतीय भाषाओं को सीखने के लिए भी प्रेरित किया।
केंद्र की निदेशक (प्रशासन) डॉ. प्रियंका मिश्रा ने हिंदी के महत्व को रोचक उदाहरणों के माध्यम से रेखांकित किया। वहीं, राजभाषा विभाग के प्रभारी प्रो. अरुण कुमार भारद्वाज ने माह भर आयोजित होने वाले हिंदी दिवस से जुड़े कार्यक्रमों की उपयोगिता और प्रासंगिकता पर प्रकाश डाला।


