(सियोल में प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद भारतीय दूतावास में उपस्थित लोग समूह फोटो के लिए पोज़ देते हुए।)

पिछले सोमवार को सियोल स्थित भारतीय दूतावास में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह घोषणा की गई कि भारतीय दूतावास 14 अक्टूबर से 23 अक्टूबर तक दक्षिण कोरिया के कई शहरों में “सारंग – भारत महोत्सव कोरिया” का 11वाँ संस्करण आयोजित करेगा।

“सारंग” शब्द अपने आप में दोनों देशों के बीच एक प्रतीक है—कोरियाई में इसका अर्थ “प्रेम” है, जबकि हिंदी में यह “रंगीन और विविध” का भाव प्रकट करता है। 2015 में इसकी शुरुआत के बाद से यह महोत्सव भारतीय सांस्कृतिक समृद्धि को नृत्य, नाटक, संगीत, फिल्म और व्यंजनों के माध्यम से प्रस्तुत करने का एक सशक्त मंच बन गया है।

इस वर्ष के मुख्य आकर्षणों में भारत की कथकली नृत्य मंडली का प्रदर्शन शामिल है, जो कोरियाई नृत्य प्रेमियों के लिए कार्यशालाएँ भी आयोजित करेगी।

उद्घाटन समारोह 14 अक्टूबर को इह्वा विमेंस यूनिवर्सिटी के सैमसंग हॉल में होगा, और इसके बाद 23 अक्टूबर तक गुन्सान (उत्तरी जल्ला-दो), नामी आइलैंड (गांगवन-दो ), बुसान, मिर्यांग (दक्षिणी ग्यंगसांग-दो और सियोल में कार्यक्रम आयोजित किए जाएँगे। सारंग महोत्सव केवल सांस्कृतिक कार्यक्रम नहीं है; यह कूटनीतिक संदेश का भी वाहक है।

इस अवसर पर दक्षिण कोरिया स्थित भारतीय दूतावास के कार्यवाहक राजदूत निशि कान्त सिंह ने बताया कि 2025 भारत–कोरिया विशेष रणनीतिक साझेदारी की 10वीं वर्षगाँठ का वर्ष है। उन्होंने याद दिलाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति ली जै-म्यंग ने जून में G7 समिट के दौरान मुलाकात की थी, जहाँ दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने का संकल्प दोहराया था।

हाल ही में भारतीय सूचना और प्रसारण मंत्री, श्री एल. मुरुगन जी का सियोल दौरा इस प्रयास को और मजबूत करता है। इस दौरान मंत्री जी ने बुसान अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव, नेशनल असेंबली में भारत–कोरिया मित्रता समूह, असेंबली के उपाध्यक्ष, हेराल्ड मीडिया ग्रुप के सीईओ आदि से बैठकें कीं और दक्षिण कोरिया में रह रहे भारतीय समुदाय के लोगों के साथ भी गहन चर्चा की, जिसमें सांस्कृतिक, मीडिया और मनोरंजन क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के उपायों पर विचार-विमर्श हुआ।

सिंह जी ने यह भी बताया कि सारंग महोत्सव कोरियाई रचनाकारों के लिए एक महत्त्वपूर्ण अवसर प्रस्तुत करता है। भारत में K-कंटेंट की बढ़ती लोकप्रियता ने कोरियाई निर्माता के लिए भारतीय बाजार को विशेष अवसर बना दिया है। कोरिया–भारत सह-निर्माण समझौते के तहत, फिल्म निर्माता जो अपनी शूटिंग दोनों देशों में विभाजित करते हैं, उन्हें दोनों पक्षों से सरकारी प्रोत्साहन प्राप्त हो सकता है।

मेरे कुछ पत्रकार साथियों ने बताया कि वैश्विक स्तर पर पहचान बना चुके BTS के पीछे की मनोरंजन कंपनी हाइब ने हाल ही में मुंबई में अपनी पाँचवीं विदेशी शाखा, हाइब इंडिया लॉन्च की है, जो वैश्विक संस्कृति और मनोरंजन का केंद्र बन रही है। यह दर्शा रहा है कि सांस्कृतिक उत्पाद और सहयोग केवल मनोरंजन तक सीमित नहीं हैं, बल्कि आर्थिक और कूटनीतिक प्रभाव भी पैदा कर सकते हैं।

भारतीय होने के नाते मैं कहना चाहता हूँ कि सारंग महोत्सव केवल कला और संस्कृति का उत्सव नहीं है, बल्कि यह भारत और कोरिया के बीच सहयोग, समझ और साझा सांस्कृतिक अनुभव का प्रतीक है। यह सांस्कृतिक कूटनीति और नरम शक्ति का जीवंत उदाहरण है, जो दर्शकों, कलाकारों और निर्माता समुदायों के बीच विश्वास और संवाद को बढ़ाता है। महोत्सव कोरियाई रचनाकारों को भारतीय संस्कृति से प्रेरणा लेने का अवसर देता है और भारतीय दर्शकों के लिए K-कंटेंट उद्योग को समृद्ध करता है, जिससे दोनों देशों के रचनात्मक उद्योगों के लिए नए अवसर खुलते हैं और द्विपक्षीय संबंधों को गहराई मिलती है।

‘सारंग– भारत महोत्सव कोरिया’ 14 अक्टूबर से 23 अक्टूबर तक पूरे देश में आयोजित होगा। इच्छुक लोग भारतीय दूतावास की आधिकारिक वेबसाइट पर कार्यक्रमों का पूरा विवरण देख सकते हैं। आप पाठक भी यदि चाहें तो अवश्य आइए, और अपने दोस्तों और परिवार के साथ यह जानकारी साझा करना न भूलें।

डॉ संजय कुमार, पत्रकार, कोरिया  हेराल्ड

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