
डॉ. शिप्रा शिल्पी सक्सेना
कोलोन, जर्मनी
परिचय
वर्ष 2023 में पूर्व केंद्रीय शिक्षा मंत्री माननीय डॉ रमेश पोखरियाल निशंक जी द्वारा प्रवासी भारतीय हिंदी सेवी सम्मान, सुलभ इंटरनेशनल के संस्थापक पद्मश्री डॉ बिन्देश्वर पाठक जी द्वारा इंडो जर्मन साहित्यिक एवं सांस्कृतिक राजदूत विशिष्ट सम्मान, गुजरात साहित्य महोत्सव में ‘प्रवासी सृजन अमृत सम्मान’ एवं ‘विडर्सडोर्फ हिल्फे सोसाइटी’ e.V. विडर्सडोर्फ, कोलोन द्वारा Women Of Substance अवॉर्ड, हिन्दी साहित्य अकादमी मुंबई द्वारा साहित्य शिखर सम्मान से सम्मानित डॉ शिप्रा शिल्पी सक्सेना विगत एक दशक से जर्मनी के कोलोन शहर में निवास करते हुए हिन्दी भाषा, साहित्य एवं संस्कृति का प्रचार प्रसार कर रही है।
शिक्षाविद, पत्रकार, लेखक, अनुवादक, संपादक, फिल्म एडिटर, कवयित्री एवं मीडिया प्रोफेशनल डॉ.शिप्रा शिल्पी सक्सेना विधि स्नातक एवं लखनऊ विश्वविद्यालय से हिन्दी साहित्य एवं जनसंचार पत्रकारिता विभाग के इलेक्ट्रॉनिक मीडिया विषय में डॉक्टरेट है। लखनऊ दूरदर्शन, आकाशवाणी में लंबे समय तक कार्य कर चुकी आप, पूर्व हिन्दी विभागाध्यक्ष (फैज़ाबाद विश्वविद्यालय, भारत) भी रह चुकी हैं।
COLOGNE INTERNATIONAL SCHOOL – Internationale Friedensschule Köln में मीडिया , अनुवाद, रंगमंच, कला का तथा आप वैश्विक हिन्दीशाला संस्थान विहस-VHSS के माध्यम से हिन्दी भाषा का शिक्षण कर रही है ।
आप Indogerman संस्कृति , सभ्यता, भाषा एवं साहित्य को समर्पित अव्यवसायिक चैनल सृजनी ग्लोबल-जर्मनी की संस्थापिका है।
अगस्त 2024 में पुस्तक जर्मनी की चयनित रचनाएं : डॉ. शिप्रा शिल्पी सक्सेना, पुस्तक का प्रकाशन विश्व हिंदी सचिवालय, प्रवासी भारतीय शोध केंद्र एवं रवींद्र नाथ टैगोर विश्विद्यालय, भोपाल के संयुक्त तत्वावधान में मॉरीशस के राष्ट्रपतिPresident of the Republic of Mauritius His Excellency Mr Prithvirajsing ROOPUN G.C.S.K किया गया।
भारतीय दूतावास न्यूयॉर्क की आधिकारिक द्विमासिक पत्रिका अनन्य जर्मनी एवं रजिस्टर्ड हिंदी बहुभाषी पत्रिका प्रज्ञान विश्वम का विगत कुछ वर्षों से आप संपादन भी कर रही है।
आप ‘विश्वरंग’ जर्मनी की हेड कॉर्डिनेटर है एवम ‘विडर्सडोर्फ हिल्फे सोसाइटी’ e.V., हिन्दीशाला, सृजनी एवं अनुवाद क्लब के माध्यम से indogerman भाषाओं, संस्कृति, पारम्परिक लोक कलाओं, लोकगीतों, मेडिटेशन, योग, फ़िल्म मेकिंग, संपादन, रंगमंच, चित्रकारी, व्यंजनों, पर्वों का प्रचार प्रसार गोष्ठियों, वार्ताओं, कार्यशालाओं आदि के माध्यम से करती रही है।
आप अपने लेखन एवं प्रस्तुतियों के लिए भारतीय दूतावास बर्लिन, यूनिसेफ, खेल मंत्रालय, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, पृथ्वी एवं शिक्षा मंत्रालय एवं अनेक भारतीय दूतावासों द्वारा सम्मानित की जाती रही है।
आज तक, इंडिया साइंस न्यूज, न्यूज़ वन कनाडा, जी टीवी, MTV London आदि अनेक प्रतिष्ठित चैनलों पर निरंतर आपके कार्यक्रमों का प्रसारण होता रहता है।
आपको वर्ष 1998 में उत्तर प्रदेश के राज्यपाल द्वारा ‘युवा प्रतिभा सम्मान’ से सम्मानित किया गया था ।वर्ष 2024 में आपको आपकी हिन्दी कहानियों के जर्मन अनुवाद के लिए Martin Loother für das beste Geschichtenschreiben अवार्ड दिया गया है।
आप वर्तमान में International friedenshule, Köln में मीडिया इंस्ट्रक्टर के पद पर कार्यरत है।