टोकरी – उम्मीदों की – (बाल कहानी)
टोकरी – उम्मीदों की डॉ. शिप्रा शिल्पी सक्सेना, कोलोन, जर्मनी ओह, 7 बज गए, क्रिस्टी ने आँख खोलकर घड़ी पर नजर दौड़ाई, आँखें मिचमिचाते हुए चारों ओर देखा, पर सुबह…
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टोकरी – उम्मीदों की डॉ. शिप्रा शिल्पी सक्सेना, कोलोन, जर्मनी ओह, 7 बज गए, क्रिस्टी ने आँख खोलकर घड़ी पर नजर दौड़ाई, आँखें मिचमिचाते हुए चारों ओर देखा, पर सुबह…
जर्मनी से डॉ शिप्रा शिल्पी सक्सेना (अंतरराष्ट्रीय प्रवासी संयोजक, लेखक गांव) का लेखक गांव में अविस्मरणीय अनुभव कुछ पल, कुछ स्थल और व्यक्तित्व अविस्मरणीय होते है। ये वो पल है,…
जर्मनी से डॉ शिप्रा शिल्पी सक्सेना के संयोजन, चीन से डॉ विवेकमणि त्रिपाठी के संचालन, हिमालय विरासत ट्रस्ट की संरक्षक आशना कंडियाल एवं सृजनी ग्लोबल (यूरोप) के संयुक्त तत्वावधान में…
Happy Halloween डॉ शिप्रा शिल्पी हैलोवीन का दिन सेल्टिक कैलेंडर का आखिरी दिन होता है, इसलिए यूरोप में सैल्टिक जाति के लोग इस दिन को नए साल की शुरुआत के…
डॉ. शिप्रा शिल्पी (कोलोन, जर्मनी) ***** चौक पुराये मंगल गायें चौक पुराये मंगल गायें, आई है दीवालीनाचे-गायें ख़ुशी मनायें, आई है दीवाली धनतेरस खुशहाली लायाजन-जन का है मन हर्षायामिलजुल कर…
जर्मनी से डॉ शिप्रा शिल्पी सक्सेना एवं कनाडा से प्राची रंधावा ने किया संयोजन दीपावली के शुभ अवसर पर कनाडा से प्राची रंधावा एवं जर्मनी से डॉ शिप्रा शिल्पी सक्सेना…
दिल दा मामला है डॉ शिप्रा शिल्पी सक्सेना, कोलोन , जर्मनी दिल दा मामला है!! खुद के संग समय बिताना, अच्छा होता है। अपने दिल की भी सुनना-सुनाना, अच्छा होता…
पुस्तक : विश्रांति के पल लेखक : आशुतोष कुमार अखिल भारतीय सर्वभाषा संस्कृति समन्वय समिति के प्रतिष्ठित वैश्विक पटल पर लंदन के कवि आशुतोष कुमार के काव्य संग्रह “विश्रान्ति के…
3 अक्टूबर : जर्मनी एकीकरण दिवस (Tag der Deutschen Einheit!!) डॉ शिप्रा शिल्पी सक्सेना, कोलोन, जर्मनी युद्ध कभी समाधान न हुए है न होंगे। युद्ध नरसंहार देता है, नेस्तनाबूत करता…
गणेश चतुर्थी विशेष: जर्मनी में बप्पा : उमंग उत्साह और इतिहास डॉ शिप्रा शिल्पी सक्सेना गणेश चतुर्थी भारत का एक प्रमुख त्योहार है जो भगवान गणेश के जन्मोत्सव के रूप…
श्री कृष्ण की विश्व में प्रासंगिकता डॉ शिप्रा शिल्पी कान्हा संस्कार है, आचार है, व्यवहार है। अन्याय का प्रतिकार है और प्रेम का व्यवहार है। कर्म का सिद्धांत है, जीवन…
आत्मिक आनंद का उत्सव : जन्माष्टमी डॉ शिप्रा शिल्पी सक्सेना, कोलोन, जर्मनी जन्माष्टमी मात्र एक धार्मिक उत्सव के रूप में ही नहीं वरन अधिकांशतः एक आत्मिक उत्सव के रूप में…
हम लखनौवा है : दोस्ती नहीं यारी निभाते है डॉ शिप्रा शिल्पी, कोलोन, जर्मनी क्या फर्क पड़ता कोई आपको क्या समझता है, दोस्त वही जो आपको समझने की समझ रखता…
डॉ शिप्रा शिल्पी सक्सेना यूरोप में आगरा विश्वविद्यालय के प्रो. प्रदीप श्रीधर एवं सदस्यों के साथ मिलकर करेंगी भारतीय ज्ञान परम्परा का प्रचार प्रसार 21 जुलाई, 2025 डॉ. भीमराव आंबेडकर…
डॉ शिप्रा शिल्पी आज के आपाधापी युग में मन खोखले हो रहे हैं उन्हें प्रेम से भरिए, नफरतें अजाब है, जहर भी बचा कर रखे अपने सोने से मन को…
19 जून, 2025 को संगीत दिवस 2025 के उपलक्ष्य में विश्व हिंदी सचिवालय द्वारा आयोजित ‘अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी : हिंदी गीत एवं गज़ल’ कार्यक्रम में वैश्विक हिन्दीशाला संस्थान (विहस_VHSS), यूरोप की…
The European Literary Conclave समारोह के अवसर पर काउंसलर श्री वी नारायनन (Press, Information and Culture, Embassy of India, Brussels) द्वारा ब्रिटेन के सुप्रसिद्ध कथाकार श्री तेजेन्द्र शर्मा को साहित्य…
GLAC, भारतीय दूतावास बेल्जियम, लग्जमबर्ग एवं यूरोपियन यूनियन एवं World Human Rights Organization (WHRO) के संयुक्त तत्वावधान में नीदरलैंड से विश्वास दुबे, जर्मनी से डॉ शिप्रा शिल्पी सक्सेना एवं बेल्जियम…
अपने बुजुर्गों को अकेला मत छोड़िए – डॉ शिप्रा शिल्पी जर्मनी में विगत एक दशक से ज्यादा समय हो गया है। यहां के जीवन मे सहज रूप मे रम भी…
ऐसी बानी बोलिए _कबीरा आपा खोए LOL -डॉ शिप्रा शिल्पी सक्सेना, कोलोन , जर्मनी ऐसी बानी बोलिए मन का आपा खोए।औरन को शीतल करे आपहु शीतल होय। 15 वीं शताब्दी…