
हरियाणा लेखक मंच द्वारा तृतीय वार्षिक साहित्य सम्मेलन का आयोजन
हरियाणा लेखक मंच द्वारा “एस.सी.ई.आर.टी.” के सभागार में तृतीय वार्षिक साहित्य सम्मेलन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम को दो सत्रों में आयोजित किया गया।

पहले सत्र के प्रमुख वक्ता कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रतिष्ठित साहित्यकार, व्यंग्यकार डॉ प्रेम जनमजेय रहे। प्रेम जनमजेय जी का व्यंग्य विधा पर वक्तव्य सूचनापरक और ज्ञानवर्धक था। कार्यक्रम की अध्यक्षता सुप्रतिष्ठित लेखक व पत्रकार कमलेश भारतीय जी ने की और हरियाणा लेखक मंच के बारे में जानकारी दी। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि उपभोक्ता अदालत जज (फरीदाबाद) मुकेश शर्मा ने अपने वक्तव्य में किताबों की वर्तमान स्थिति व लेखन पर चर्चा की। कार्यक्रम का आयोजन पूर्व प्रवक्ता व लेखिका, गायिका शशि कालिया के द्वारा हरियाणा लेखक मंच के सहयोग से किया गया। लघुकथा लेखक डॉ अशोक भाटिया ने व्यंग्य पर बहुत सटीक व सार्थक विश्लेषण किया।

कार्यक्रम के द्वितीय सत्र में सुप्रसिद्ध साहित्यकार चिंतक व आलोचक डॉ विनोद शाही ने की। विनोद शाही जी ने आलोचना आधारित ज्ञानवर्धक वक्तव्य देते हुए कहा कि हम सब संक्रमण काल में छटपटा रहे हैं।
इस वार्षिक समारोह में इस वर्ष के दौरान प्रकाशित सदस्यों की पुस्तकों का विमोचन किया गया, जिनमें फूल कुमार राठी, सुदर्शन रत्नाकर, अंजू दुआ जैमिनी, कमलेश मलिक, ब्रह्म दत्त शर्मा, संतोष बंसल, कमलेश भारतीय व दिलबाग अकेला की नव प्रकाशित पुस्तकों का विमोचन किया गया। विभिन्न सत्रों का संचालन मंच के संस्थापकों सदस्यों राधेश्याम भारतीय, ब्रह्म दत्त शर्मा, अजय सिंह राणा व पंकज शर्मा ने किया। पुस्तक प्रदर्शनी की जिम्मेदारी अशोक बैरागी, ममता प्रवीण व मदन लाल मधु ने संभाली।

कार्यक्रम में सुप्रसिद्ध कवयित्री अनीता वर्मा ने अपनी विशेष उपस्थिति दर्ज की।
कवि अनिल मीत, डॉ प्रज्ञा रोहिणी, डॉ राकेश, रवि राय, विभा रश्मि, आशमा कोल,रोजलीन, रश्मि, नीलम, डॉ आशा कुंद्रा, डॉ उषा शाही, मोनिका शर्मा, ममता प्रवीण, अनिल श्रीवास्तव, रणविजय राव, राकेश, डॉ मुक्ता, कृष्णलता यादव, कुसुम यादव, नरेंदर शॉरेन, जीतेन्द्र नाथ, सहित अन्य अनेक लेखक दूरदराज से आये और कार्यक्रम को सफल बनाने में सहयोग दिया।

-अनीता वर्मा