वरिष्ठ कवयित्री श्रीमती वीणा अग्रवाल के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर केन्द्रित बहुराष्ट्रीय पत्रिका ‘प्रज्ञान विश्वम’ के लोकार्पण का आयोजन किया गया

दिनांक 09.03.2025 को नई दिल्ली के रायसीना रोड स्थित प्रतिष्ठित प्रेस क्लब आफ इंडिया के सभागार में अखिल भारतीय सर्वभाषा संस्कृति समन्वय समिति के तत्वावधान में वरिष्ठ कवयित्री श्रीमती वीणा अग्रवाल के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर केन्द्रित बहुराष्ट्रीय पत्रिका ‘प्रज्ञान विश्वम’ के लोकार्पण का आयोजन किया गया।

जहां एक ओर, कार्यक्रम की अध्यक्षता एवं संचालन का दायित्व पत्रिका के प्रधान संपादक प्रज्ञान पुरुष पण्डित सुरेश नीरव के सशक्त हाथों में रहा। वहीं दूसरी ओर, मुख्य अतिथि के तौर पर केन्द्रीय लोक सेवा आयोग अर्थात् UPSC के सचिव डॉ जयप्रकाश पाण्डेय मंचासीन रहे। विशिष्ट अतिथियों की भूमिका का निर्वहन वरिष्ठ साहित्यकार एवं कवयित्री डॉ सविता चडढा तथा वरिष्ठ कवि श्री राजेश्वर वशिष्ठ ने किया। 

कार्यक्रम का प्रारंभ वरिष्ठ साहित्यकार श्री राजेश्वर वशिष्ठ के द्वारा पत्रिका से संबंधित प्रस्ताविक कुछ महत्वपूर्ण बिंदुओं पर दृष्टिगोचर प्रस्तुत करते हुए जनसमुदाय को ज्ञानार्जन कराने के साथ हुआ। तत्पश्चात्, मंचासीन विभूतियों के कर-कमलों द्वारा “वीणा अग्रवाल” पर केंद्रित ‘प्रज्ञान विश्वम’ के अंक का लोकार्पण किया गया। इस कार्यक्रम का अखिल भारतीय सर्वभाषा संस्कृति समन्वय समिति के यूट्यूब चैनल के माध्यम से लाइव प्रसारण भी किया गया, जिसमें देश-विदेश के जाने-माने हिन्दी साहित्य जगत की विभिन्न विधाओं के अनेकानेक नामचीन हस्ताक्षरों के साथ-साथ हिन्दी प्रेमी श्रोतागणों ने भी अपनी सहभागिता दर्ज़ की।

जहां एक ओर, प्रज्ञान पुरुष पण्डित सुरेश नीरव ने श्रीमती वीणा अग्रवाल को सम्मानित किया। वहीं दूसरी ओर, इस लोकार्पण कार्यक्रम में देश के विभिन्न शहरों से पधारे सभी विद्वतजनों को भी श्रीमती वीणा अग्रवाल के पारिवारिक सदस्यों द्वारा माल्यार्पण एवं अंगवस्त्र प्रदान करके सम्मानित किया। 

तत्पश्चात्, विविध क्षेत्रों के गणमान्य हस्ताक्षरों श्रीमती सुनीता बंसल, श्रीमती शारदा मित्तल, श्रीमती अंजू क्वात्रा, श्रीमती उमंग सरीन, श्री सुजित कुमार, श्रीमती कविता सिंह ‘प्रभा’, श्री मोहन कृष्ण भारद्वाज, श्रीमती दीपशिखा श्रीवास्तव, श्री हरी प्रकाश पाण्डेय, श्रीमती रेणु मिश्रा, श्रीमती मीना चौधरी, श्रीमती मधु मिश्रा तथा श्रीमती वीणा अग्रवाल के पतिदेव डॉ गौरीशंकर अग्रवाल, उनके दोनों पुत्र तरूण और पंकज, पुत्रवधू चारू और शुचि इत्यादि सभी ने अपने व्यक्तिगत संबंधों और जुड़ाव के आधार पर अपने उदबोधनों के माध्यम से श्रीमती वीणा अग्रवाल के व्यक्तित्व और कृतित्व को रेखांकित करते हुए सदन में विराजमान विद्वतजनों को लाभान्वित किया। 

डॉ गौरीशंकर अग्रवाल द्वारा कार्यक्रम में पधारे विद्वतजनों एवं लाइव जुड़े श्रोताओं के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हुए धन्यवाद और आभार ज्ञापित करने के साथ समापन हुआ।

— कुमार सुबोध, ग्रेटर नोएडा वेस्ट।

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