
हंसराज महाविद्यालय एवं ‘उम्मीद : एक आशा की किरण’ संस्था के संयुक्त तत्वावधान में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में ‘सम्मान समारोह सह कवि सम्मेलन’ का आयोजन
दिनांक 11.03.2025 को राजधानी दिल्ली के उत्तरी विश्वविद्यालय कैंपस स्थित प्रतिष्ठित हंसराज महाविद्यालय के मदन मोहन मालवीय सभागार में हंसराज महाविद्यालय एवं ‘उम्मीद : एक आशा की किरण’ संस्था के संयुक्त तत्वावधान में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में ‘सम्मान समारोह सह कवि सम्मेलन’ का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम में उपस्थित मुख्य अतिथियों की श्रेणी में भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री एवं पूर्व राज्यसभा सांसद श्री दुष्यंत कुमार गौतम एवं उड़ीसा के बालासोर से अपनी कार्यशैली के चलते बहुचर्चित भाजपा सांसद श्री प्रताप चंद सारंगी तथा विशिष्ट अतिथियों के तौर पर भाजपा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्रीमती पूजा कपिल मिश्रा, दिल्ली चांदी वर्क एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री संजय मित्तल एवं उम्मीद संस्था की अध्यक्षा सुश्री ऋतु चौहान मंच पर विराजमान रहे। हंसराज महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ रमा ने सानिध्य प्रदान किया। जहां कार्यक्रम के समन्वयक की भूमिका का निर्वहन श्री रवि कुमार गौड़ किया, वहीं संयोजक एवं संचालक का दायित्व दिल्ली विश्वविद्यालय के डॉ बी आर अम्बेडकर महाविद्यालय से शोधार्थी श्री आरिफ खान ने निभाया।

प्रथम सत्र का प्रारंभ मंचासीन गणमान्य विभूतियों के कर-कमलों द्वारा दीप प्रज्ज्वलित करने के साथ किया गया। सर्वप्रथम, ‘उम्मीद संस्था’ की ओर से मंचासीन विभूतियों को माल्यार्पण अंगवस्त्र ओढ़ाकर एवं प्रशस्ति-पत्र प्रदान करके सम्मानित किया गया। तत्पश्चात्, उन्हीं के द्वारा समाज में विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से अपना विशिष्ट स्थान प्रतिस्थापित करने वाली सशक्त महिला विभूतियों – नवजीवन मॉडल स्कूल की प्राचार्या श्रीमती अंजना दीक्षित, मिरांडा हाउस कालेज की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ अंकिता चौहान, एसिड अटैक सर्वाइवर श्रीमती मोहिनी गौरव कुमार, सामाजिक कार्यकर्ता सुश्री स्वाति शर्मा, सीबीएसई की पूर्व संयुक्त निदेशक श्रीमती मोनिका कपूर, राष्ट्र जागरण अभियान की संयोजिका सुश्री सुबुही खान, समाज सेविका श्रीमती सईदा फातिमा, बाइक राइडर श्रीमती कृष्ण सिंह तथा एयर होस्टेस सुश्री प्रिया वर्मा को मंचासीन गणमान्य विभूतियों के कर-कमलों द्वारा माल्यार्पण, अंगवस्त्र ओढ़ाकर एवं प्रशस्ति-पत्र भेंट स्वरूप प्रदान करके सम्मानित किया गया।

अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर मंचासीन विभूतियों ने ऐतिहासिक और पौराणिक पृष्ठभूमि के उदाहरणों के माध्यम से महिलाओं के सशक्तिकरण को वर्तमान में ओर अधिक तेज गति से भविष्य की ओर लेकर जाने पर बल देते हुए अपने बहुमूल्य उदगारों से सभागार में उपस्थित जनसमुदाय को संबोधित करते हुए लाभान्वित किया।
द्वितीय सत्र के दौरान आयोजित कवि सम्मेलन में युवा कवियों ने अपनी-अपनी श्रेष्ठतम रचनाओं के काव्यपाठ से सभागार में उपस्थित श्रोताओं को मंत्रमुग्ध करते हुए भाव-विभोर कर दिया और उनके द्वारा दी गई हास्य, श्रृंगार, भक्ति और ओज के रसों से परिपूर्ण प्रस्तुतियों से उन्हें वाह-वाही के उद्घोषों के साथ-ही-साथ तालियों की करतल ध्वनि से सम्पूर्ण वातावरण को गुंजायमान कर दिया।
— कुमार सुबोध, ग्रेटर नोएडा वेस्ट।