
‘सिनेमा में यथार्थवाद – सत्यजीत रे की विरासत’ शीर्षक से सत्यजीत रे स्मारक वार्ता का आयोजन
दिनांक 01.05.2025 को उत्तर प्रदेश के नोएडा, सैक्टर 16-A स्थित फ़िल्म सिटी के मारवाह स्टुडियो प्रांगण में “नई दिल्ली फिल्म फाउंडेशन” के तत्वावधान में सार्थक भारतीय सिनेमा की विरासत के जश्न स्वरूप “सिनेमा में यथार्थवाद – सत्यजीत रे की विरासत” शीर्षक से ‘प्रथम एनडीएफएफ सत्यजीत रे स्मारक वार्ता’ का आयोजन किया गया।
उपरोक्त विषय पर अपने विचार व्यक्त करने के सेवानिवृत्त विनिवेश बैंकर और वर्तमान में राष्ट्रपति सम्मान पुरस्कृत फिल्म निर्माता, विशेषज्ञ तथा 50 अग्रणी हिन्दी फिल्मों पर आधारित “समानांतर सिनेमा के स्तंभ” शीर्षक से अपनी विख्यात कृति के लेखक श्री ओ पी श्रीवास्तव प्रमुख वक्ता के तौर पर उपस्थित रहे। मंच पर नई दिल्ली फिल्म फाउंडेशन के संस्थापक सचिव श्री आशीष कुमार सिंह ने सानिध्य प्रदान किया।

मंचासीन विभूतियों संग सभागार में उपस्थित विद्वतजनों ने दीप प्रज्जवलित करने के पश्चात् वार्ता का श्रीगणेश किया गया।
सत्र के आरंभ में प्रमुख वक्ता श्री ओ पी श्रीवास्तव ने अपने कुशल शिक्षण शैली और नेतृत्व क्षमता के आधार पर सभी संबंधित पक्षों, आयामों और पहलुओं को विस्तार से सटीक उदाहरणों तथा साथ-ही-साथ चलचित्र के माध्यम से व्याख्यायित करते हुए श्रोतागणों को ज्ञानार्जन कराते हुए लाभान्वित किया। वहीं श्री आशीष कुमार सिंह ने भी विषय पर अपने उदगारों की अभिव्यक्ति से श्रोताओं को अवगत कराया। इस अवसर पर श्री आशीष कुमार सिंह ने उनकी संस्था द्वारा सत्यजीत रे पर दो खंडों में संपादित पुस्तक की प्रति श्री ओ पी श्रीवास्तव को भेंट स्वरूप प्रदान की।

तत्पश्चात्, सभागार में जनसमूह के मध्य विराजित गुणीजनों और उपस्थित विद्यार्थियों एवं शोधार्थियों ने अपनी जिज्ञासाओं के अनुरूप प्रश्नोत्तर सत्र में विद्वता और मन: स्थिति की शंकाओं को शांत रहने वाली प्रश्नोत्तरी के माध्यम से चार-चांद लगा दिए। दोनों वक्ताओं के उदबोधनों को संलग्न वीडियो में देखा और सुना जा सकता है।
अंतिम पड़ाव पर आयोजकों की ओर से श्री आशीष कुमार सिंह ने मारवाह स्टुडियो के निदेशक डॉ संदीप मारवाह, मास कम्युनिकेशन के पदाधिकारियों, विद्यार्थियों, शोधार्थियों एवं सभागार में उपस्थित सभी विद्वतजनों एवं आगंतुकों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हुए धन्यवाद और आभार ज्ञापित करने के साथ सत्र सम्पन्न हुआ।

रिपोर्ट- कुमार सुबोध