
साहित्यिक मिलन, लोकार्पण और काव्य गोष्ठी
शनिवार, मई 24 को हिंदी राइटर्स गिल्ड कैनेडा और विश्वरंग के तत्वावधान में डॉ हंसादीप और धर्मपाल जैन जी के घर एक बहुत ही सुंदर साहित्य संगम का आयोजन किया गया। डॉ.हंसादीप और धर्मपाल जैन जी टोरंटो के प्रतिष्ठित लेखक दंपति हैं। इस सुंदर आयोजन के मूल कारक और मुख्य अतिथि रवीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय के अंतरराष्ट्रीय हिंदी केंद्र के निदेशक, विश्व हिंदी सम्मान प्राप्त, प्रसिद्ध हिंदीकर्मी डॉ. जवाहर कर्णावट थे।
इस अवसर पर टोरंटो शहर के अनेक लेखक और लेखिकाएँ थे, जिनमें प्रमुख साहित्यकुंज.नेट के संपादक और हिंदी राइटर्स गिल्ड कनाडा के सह-संस्थापक निर्देशक, लेखक सुमन कुमार घई, व्यंग्यकार समीर लाल समीर, छंद और आधुनिक कविता के सशक्त रचनाकार आचार्य संदीप कुमार त्यागी, चित्रकार, हिंदी और अंग्रेज़ी भाषाओं में लिखने वाली मीना चोपड़ा, टोरंटो की वरिष्ठ लेखिका आशा बर्मन, सुर और साहित्य के मधुर संगम को प्रस्तुत करने वाली साहित्यकार मानोशी चैटर्जी, हाइकु आदि जापानी शैली की विधाओं की सिद्धहस्त लेखिका कृष्णा वर्मा, तकनीक और जज्बातों को एक साथ समेटने में कुशल पूनम चंद्रा मनु, समकालीन विषयों को सहजता से व्यक्त करने वाली डॉ बंदिता सिन्हा, गज़लकार और कवि योगेश ममगाई, अभिनेता और लेखक पीयूष श्रीवास्तव, चित्रकार, लघुकथाकार और कवयित्री प्रीति अग्रवाल, भारत से पधारी गद्य और पद्य पर समान अधिकार रखने वाली नोरेन शर्मा, उनकी बेटी और तीन उपन्यासों की युवा लेखिका बकुल शर्मा, निर्देशक और लेखक दीप शुक्ल, अंग्रेज़ी और हिंदी भाषाओं की लेखिका संगीता शर्मा, सेतु के अंग्रेज़ी संस्करण के संपादक और लेखक सुनील शर्मा, वरिष्ठ लेखिका सविता अग्रवाल, अनेक दशकों के हिंदी प्रचार-प्रसार कार्यों की सहयोगी वरिष्ठ लेखिका प्रमिला भार्गव, कैनेडियन समाज पर लिखने वाली मधु भार्गव, भारत में अपनी लघुकथाओं और भावपूर्ण कविताओं/ क्षणिकाओं से प्रसिद्धि प्राप्त करके अब टोरंटो शहर को अपना बनाने वाली सरस दरबारी तथा अनेक हिंदी प्रेमी उपस्थित थे। इस कार्यक्रम का संचालन हिंदी राइटर्स गिल्ड की सह- संस्थापक निर्देशिका और साहित्यकार डॉ शैलजा सक्सेना ने किया।

कार्यक्रम में सर्वप्रथम हिंदी राइटर्स गिल्ड का संक्षिप्त परिचय वीडियो के माध्यम से दिया गया और उसके उपरांत डॉ. जवाहर कर्णावट को सभा को संबोधित करने के लिए आमंत्रित किया गया। उन्होंने टैगोर विश्वविद्यालय की अनेक योजनाओं के बारे में बताते हुए हिंदी ओलंपियाड कार्यक्रम के बारे में भी सूचना दी। संस्था के और टोरंटो के लेखकों के सहयोग की उन्होंने प्रशंसा की और आइसेक्ट द्वारा प्रकाशित ‘कनाडा की चयनित लेखकों की रचनाओं’ का लोकार्पण भी किया। इस संकलन का संपादन टोरंटो विश्वविद्यालय में हिंदी प्रोफ़ेसर, प्रसिद्ध उपन्यास और कहानीकार डॉ. हंसादीप ने किया है। इस अवसर पर डॉ. हंसादीप ने बताया कि उन्हें टोरंटो के सभी लेखकों और संस्था का बहुत सहयोग मिला। इसका प्रकाशन उनके लिए आनंद की बात है। इस संग्रह में प्रतिष्ठित लेखकों के साथ-साथ उनके दो विद्यार्थी लेखक भी उपस्थित हैं, इन लेखकों का नाम लेते हुए उन्होंने रचनाकारों का और जवाहर जी सहित टैगोर विश्वविद्यालय का धन्यवाद किया।

हिंदी राइटर्स गिल्ड कैनेडा की ओर से डॉक्टर जवाहर कर्णावट को कनाडा के मेपल लीफ चित्र वाला चाँदी का सिक्का, नाम अंकित पैन और कनाडा के लेखकों का गद्य व पद्य संकलन (संभावनाओं की धरती, सपनों का आकाश) उपहार में दिया गया। इसी समय प्रीति अग्रवाल जी द्वारा बनाए गए सुंदर कार्ड पर सभी ने शुभकामनाओं के संदेश लिख कर जवाहर जी और हंसादीप जी को दिए। डॉ. जवाहर कर्णावट ने भी डॉ शैलजा को नाम अंकित एक पैन तथा अपने द्वारा संपादित पुस्तक ‘विश्व में हिंदी’ प्रदान की जिसमें उनका लेख ‘कैनेडा में हिंदी’ भी है। उन्होंने वैश्विक पत्रकारिता के 27 देशों के 120 वर्षों की यात्रा पर प्रकाशित अपनी पुस्तक सुमन कुमार घई जी को उपहार में दी। डॉ हंसादीप जी को 2022 के निर्मल वर्मा सम्मान प्राप्ति और पुस्तक के लोकार्पण के अवसर पर संस्था की ओर से उपहार दिया गया। इसके बाद कविता गोष्ठी प्रारंभ हुई जिसको प्रारंभ करने के लिए डॉ शैलजा ने विश्व ख्याति प्राप्त व्यंग्यकार धर्मपाल जैन जी को सर्वप्रथम बुलाया जिन्होंने कवियों की रचनात्मक गुणवत्ता और आत्ममुग्धता पर एक व्यंग्य प्रस्तुत किया। इसके बाद गीतों और कविताओं का क्रम प्रारंभ हुआ। बहुत सुंदर गीत और कविताएँ सुनाई गईं और पूरी दोपहर भावों, चिंतन और गीतों की मधुर लय में डूब कर स्वर्णिम हो गई। कार्यक्रम के अंत में जवाहर जी ने कहा कि यहाँ सुनाई गईं कविताएँ श्रेष्ठ स्तर की हैं और इस समृद्ध शाम की स्मृति उन्हें सदा रहेगी। कार्यक्रम हंसाजी के बनाए अनेक पकवानों के जलपान और मिलन के मधुरता में संपन्न हुआ। सभी ने डॉ हंसादीप और उनके परिवार के इस आतिथ्य और सुंदर आयोजन के लिए हार्दिक धन्यवाद दिया। डॉ जवाहर कर्णावट के साथ टोरंटो के साहित्यिक समाज का यह मिलन अद्भुत रहा।

— डॉ शैलजा सक्सेना