डॉ शिप्रा शिल्पी सक्सेना यूरोप में आगरा विश्वविद्यालय के प्रो. प्रदीप श्रीधर एवं सदस्यों के साथ मिलकर करेंगी भारतीय ज्ञान परम्परा का  प्रचार प्रसार

21 जुलाई, 2025

डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय, आगरा कन्हैयालाल मणिकलाल मुंशी हिंदी तथा भाषाविज्ञान विद्यापीठ द्वारा आयोजित द्वि-साप्ताहिक अंतरराष्ट्रीय अंतरविषयी सेमिनार भारतीय ज्ञान परंपरा : कल, आज और कल’ के उद्घाटन के अवसर पर “वैश्विक हिन्दीशाला संस्थान, VHSS जर्मनी_यूरोप” के मध्य भारतीय ज्ञान परंपरा एवं संस्कृति के शिक्षण एवं प्रचार प्रसार हेतु महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापन (Memorandum of understanding) MOU हस्ताक्षरित किया गया।

इस समझौता ज्ञापन पर उत्तर प्रदेश की महामहिम श्री राज्यपाल एवं कुलाधिपति माननीय श्रीमती आनंदी बेन पटेल, प्रो. आशु रानी (कुलपति,  डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय, आगरा) एवं डॉ शिप्रा शिल्पी सक्सेना (निदेशक, वैश्विक हिन्दीशाला संस्थान,VHSS जर्मनी_यूरोप”) ने प्रो. प्रदीप श्रीधर के संयोजन में प्रपत्र पर हस्ताक्षर किए।

डॉ शिप्रा ने बताया हाइब्रिड मोड पर  हस्ताक्षरित इस समझौता ज्ञापन समारोह के अवसर पर मेरा सौभाग्य रहा कि मेरे गुरुवर लखनऊ विश्वविद्यालय के वरिष्ठ साहित्यकार, शिक्षाविद आदरणीय प्रो. सूर्यप्रसाद दीक्षित सर (पूर्व विभागाध्यक्ष, हिंदी विभाग, लखनऊ), का आशीर्वाद मिला। साथ ही  ब्रिटेन से सुप्रसिद्ध  शिक्षाविद वंदना मुकेश जी, चीन से  डॉ विवेकमणि त्रिपाठी जी, यूक्रेन से यूरी बोत्वींकिन जी एवं विश्वविद्यालय के प्रबुद्धजन एवं छात्रों की महनीय उपस्थिति रही।

इस अवसर पर विद्यापीठ के निदेशक आदरणीय प्रो. प्रदीप श्रीधर जी ने डॉ शिप्रा एवं संस्था की सचिव क्रिस्टीन म्यूलर को धन्यवाद ज्ञापित किया। डॉ शिप्रा ने भी कार्यक्रम से जोड़ने के लिए डॉ Deepti Aggarwal, प्रो श्रीधर एवं आयोजन समिति के प्रत्येक सदस्य को कार्यशाला के सफल आयोजन के लिए  अनंत शुभकामनाएँ प्रेषित की और कहा  निश्चित ही भविष्य में हम सब मिलकर भारतीय ज्ञान परंपरा को वैश्विक स्तर पर प्रचारित प्रसारित करने में महती भूमिका का निर्वाह करेंगे।

निश्चित ही ज्ञान गंगा का यह महापर्व हमें, हमारी भावी पीढ़ी को और भी समृद्ध करेगा। साथ ही, 2 सप्ताह तक चलने वाली यह कार्यशाला भारतीय ज्ञान परंपरा को विश्व स्तर पर प्रचारित प्रसारित करने में मील का पत्थर प्रमाणित होगी।

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