
प्रमुख सांसदों के साथ संसद टी वी पर स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर प्रसारित किए जाने वाले कवि सम्मेलन की रिकार्डिंग हुई। कार्यक्रम में पूर्व शिक्षा राज्य मंत्री व सांसद श्री सतपाल सिंह व जम्मू काश्मीर से सांसद श्री गुलाम अली के साथ श्री अनिल जोशी और वरिष्ठ कवि श्री नरेश शांडिल्य को काव्य पाठ का अवसर मिला। कार्यक्रम का प्रभावी संचालन श्री प्रतिबिंब शर्मा ने किया। इस अवसर पर सांसद श्री सत्यपाल सिंह ने वसुधैव कुटुंबकम के भाव को पुष्ट करते हुए कविता सुनाई तो कश्मीर से सांसद श्री गुलाम अली ने देश भक्ति की नज़्में सुनायी। इस अवसर पर श्री अनिल जोशी ने भाषा, डायसपोरा पर कविताओं के अंश सुनाए, वहीं भारत की आज़ादी के सशस्त्र आंदोलन और क्रांतिकारियों को याद करते हुए कविता सुनाई –
लहू से भीगी अगर नहीं तो, यह है जवानी कौन कहेगा
मैं भी चुप हूँ, तुम भी चुप हो, फिर यह कहानी कौन कहेगा
श्री अनिल जोशी की कविताओं को पसंद किया गया और श्री सतपाल सिंह ने उसका विशेष उल्लेख किया। इसके अतिरिक्त श्री अनिल जोशी ने विभाजन की विभीषिका पर ‘सड़क पर एक चप्पल‘ कविता सुनाई। नरेश जी के विभाजन पर मार्मिक गीत से कार्यक्रम का आरंभ हुआ। उन्होंने समरसता और देश को आह्वान करते हुए कविताएँ सुनायी जो बहुत पसंद की गयी। श्री प्रतिबिंब शर्मा ने भी देश के विकास को केंद्र में रख कविता सुनायी। कार्यक्रम में संसद टी वी के वरिष्ठ पदाधिकारी श्री श्याम जी भी उपस्थित थे।