
विजयी विश्व तिरंगा प्यारा
15 अगस्त के शुभ अवसर पर हिंदी राइटर्स गिल्ड कैनेडा ने 16 अगस्त, दोपहर 1:00 से 4:00 तक स्प्रिंगडेल ब्रांच लाइब्रेरी, ब्रैंपटन में एक विशेषकार्यक्रम ,विजयी विश्व तिरंगा प्यारा का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में एक नया आकर्षण यह भी था कि पहली बार हिंदी राइटर्स गिल्ड कनाडा उन तीन लोगों को सम्मानित करने जा रही थी, जिन्होंने 25 वर्ष तक यहां पर समाज सेवा का कार्य किया है। इस मासिक गोष्ठी का विवरण इस प्रकार है।
सर्वप्रथम हिंदी राइटर्स गिल्ड की संस्थापक निदेशक डॉक्टर शैलजा सक्सेना जी ने सभी आमंत्रित अतिथियों का स्वागत किया और सबको भारतवर्ष की स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर बधाई दी तथा श्री कृष्ण जन्माष्टमी की शुभकामनाएं भी दीं। इसके पश्चात छोटी सी नंदिनी वर्मा ने अपने सुंदर स्वर में हिंदी में जन गण मन राष्ट्रगान का गायन प्रस्तुत किया और इस राष्ट्रगान में सभी अतिथियों ने भी भाग लिया।
इसके पश्चात शैलजा जी ने मंच से सभी अतिथियों को कार्यक्रम की रूपरेखा का परिचय दिया, कौंसिलेट से आए हुए श्री यादराम यादव जी का स्वागत किया तथा विशेष सम्मान के बारे में लोगों को जानकारी दी।

इसके पश्चात उन्होंने कार्यक्रम की संचालिका श्रीमती कृष्णा वर्मा को मंच पर आमंत्रित किया। कृष्णा जी ने सभी सम्मान पाने वाले लोगों का परिचय देते हुए उन्हें मंच पर बुलाया। सर्वप्रथम उन्होंने एकल संस्था से युक्त श्रीमती इंदिरा बडेरा को मंच पर बुलाया, जो एकल संस्था की विंडसर शाखा की डायरेक्टर हैं और उनके समाज सेवा संबंधी कार्यों की विस्तार से चर्चा की तथा उनसे वक्तव्य देने के लिए कहा।
उन्होंने भारत मां से बिछड़ने के संबंध में दो कविताएं सुनायीं। उन्होंने कहा कि जैसे मैं भारत के बिना उदास हूं, उनकी भारत माता भी उन्हें याद करती है। इसके पश्चात कृष्णा जी ने आशा बर्मन जी का परिचय देते हुए उनको मंच पर आमंत्रित किया और उनसे कुछ कहने का अनुरोध किया।
आशा जी ने बताया कि कि वे कनाडा में पिछले 25 वर्षों से वेदांत सोसाइटी आफ टोरंटो से जुड़ी है और कई वर्षों से वहां पर सूप किचन में कार्यरत हैं, जिसमें उन्हें बहुत आनंद भी मिलता है। सूप किचन के विषय में भी चर्चा की और यह कहा कि उनके पति स्वर्गीय श्री अरुण बर्मन ने उनको इस
कार्य में बहुत सहयोग दिया है, इसलिए उनका यह सम्मान उन्हें ही समर्पित है।

गौरव सम्मान प्राप्त करने वाले जिन तृतीय व्यक्ति को बुलाया गया उनका नाम था श्री पुरुषोत्तम गुप्ता जी। वे स्थानीय हिंदू सांस्कृतिक केंद्र के संस्थापक अध्यक्ष हैं, 2006 में एकल विद्यालय से जुड़े, और स्थानीय भारतीय वरिष्ठ नागरिक संघ से भी युक्त हैं। उनकी विशेष रुचियाँ, कम सुविधा प्राप्त बच्चों की शिक्षा, विशेषकर भारतीय गाँवों में, हिंदू शास्त्रों और भगवद गीता का अध्ययन, योग और ध्यान में हैं। हिंदी और संस्कृत भाषा के प्रचार-प्रसार के प्रति उनकी गहरी निष्ठा है, और लंदन में संस्कृत कक्षाओं की शुरुआत भी की है। इसके पश्चात सभा के कार्यकारिणी के सभी निदेशक मंच पर आए और विशेष सम्मानित व्यक्तियों के साथ उनका चित्र लिया गया। काउंसलेट से आने वाले श्रीयादराम यादव जी का वक्तव्य सबके सामने प्रस्तुत किया गया और उन्होंने कहा कि उनको आश्चर्यजनक प्रसन्नता हुई है कि विदेश में भी इतने वर्षों से रहने वाले भारतीय हिंदी के प्रति इतना अधिक समर्पित हैं।

इसके पश्चात कृष्णा जी योगेश जी को आगे के मंच संचालन के लिए आमंत्रित किया। अब कार्यक्रम हुआ बच्चों का।
इस कार्यक्रम में स्वतंत्रता संग्राम के सेनानियों के रूप में सज कर छोटे बच्चों ने एक बहुत सुंदर नाटकीय कार्यक्रम प्रस्तुत किया,जिसमें देशभक्ति के गीत भी सम्मिलित थे। इस कार्यक्रम को दर्शकों ने बहुत अधिक सराहा।इस कार्यक्रम में भाग लेने वाले बच्चों के नाम इस प्रकार हैं
•. भारतमाता का सन्देश – काशवी शर्मा
•. महारानी लक्ष्मीबाई और एक अंग्रेज- श्रेयांशी कानूनगो और आयुष्मान कानूनगो
•. बिरसा मुंडा-अरुल शुक्ला
•. स्वामी विवेकानन्द -अद्याशा शुक्ला
•. कृष्ण की चेतावनी कविता-पाठ- आयरा श्रीवास्तव
•. भगत सिंह और उनके साथी-लक्ष्य खुराना (भगत सिंह) + ऑडियो
• आरव तापड़िया
• नैतिक पात्रो
• अद्वैत कृष्ण पांडे
• आदि कृष्ण पांडे
• कृतिका नारंग
• मेधांश नारंग
•. सरोजनी नायडू -नयोनिका वर्मा
•. पृथ्वी राज चौहान-शिवांश राठौड़
हिन्दी राइटर्स गिल्ड द्वारा आयोजित स्वतंत्रता दिवस समारोह को सबकी , सहभागिता, सहयोग और उपस्थिति ने अविस्मरणीय बना दिया। बच्चों की प्रस्तुतियों ने सभी के दिल जीत लिए और पूरे कार्यक्रम को जीवंत बना दिया। सभी नन्हे-मुन्ने और युवा कलाकारों ने अपनी अद्भुत प्रस्तुतियों से हम सबको गर्वित किया।
प्रो हरिशंकर आदेश जो बहुत बड़े कवि थे, अनेक सम्मानों से सम्मानित, पहला मोटूरी सम्मान उन्हें मिला था, 9 महाकाव्यों के रचयिता थे, टोरंटो को उनका साथ मिला और बहुत से लेखकों को उन्होंने प्रेरित किया था, आदेश जी की पुत्रवधु कादम्बरी आदेश जी को भी मंच पर आमंत्रित किया गया | उन्होंने आदेश द्वारा रचित देशभक्ति का एक गीत प्रस्तुत कर सभी को मुग्धकर दिया।
हरीश पथारिया जी स्पेशल फ़ोर्स ४ बटालियन से (जिसने ऑपरेशन महादेव सफलतापूर्वक किया) हैं। यह स्पेशल फोर्स बहुत वीर और असंभव कहे जाने वाले कामों को करती है। हरीश पथारिया जी का संदेश और एक कविता ऑडियो में प्रस्तुत किया गया।
इसके उपरान्त सभा के तीन सदस्यों ने एक समूह गान प्रस्तुत कर सभी को प्रसन्न कर दिया | इसमें भाग लिया ,आशा बर्मन , इंदिरा वर्मा तथा आशा मिश्रा ने। इसके बाद ही योगेश ममगाईं जी ने देशभक्ति का यह प्रसिद्ध गान गाया ‘होठों पे सच्चाई रहती है’ प्रस्तुत किया।
अंत में डॉ. ग्रोवर जी ने विक्रांत जी को संक्षेप में भारत की स्वतंत्रता का आँखों देखा हाल बताने के लिए बुलाया। इसके उपरान्त, योगेश जी ने काउंसलावास अतिथि को तथा डॉ. नरेंद्र ग्रोवर को आमंत्रित किया और काउंसलावास से आये अतिथि द्वारा सभी बच्चों की सर्टिफ़िकेट देकर सभी बच्चों की ग्रुप फ़ोटो संस्था के निदेशकों के साथ लिया। अंत में संदीप जी ने सभी अतिथियों, आयोजकों तथा दर्शकों को धन्यवाद दिया और सभी प्रतिभागियों की मुक्तकंठ से प्रशसा की विशेषकर बाल कलाकारों की। सभी के सहयोग से यह दिन केवल उत्सव ही नहीं, बल्कि भारतीयता और एकता का सुंदर अनुभव भी बन गया। समर्पित आयोजकों की मेहनत और योजना ने इस कार्यक्रम को सफल बनाया।
इस कार्यक्रम में तीन संचालक थे, कृष्णा वर्मा, योगेश ममगाईं तथा नरेंद्र ग्रोवर जी| सभी ने कुशलता के साथ संचालन किया|अत्यंत उत्साही निदेशिका प्रीति अग्रवाल ने अपने द्वारा बनायी चित्रों की प्रदर्शनी की और उससे उपार्जित धनराशि सभा में दान करने की घोषणा की।
हमारी सभा की एक अत्यंत उत्साही निदेशिका पूनम चंद्रा मनु ने छायाचित्र का कार्य सम्हाला। मनु ने इस कार्यक्रम के प्रचार के लिए कई वीडियो तथा फ्लायर बनाये। इस सराहनीय कार्य के लिए संस्था उनकी आभारी रहेगी। बहुत सुन्दर ढंग से प्रस्तुति करने के लिये बधाई मनु! सभी दर्शकों और बाल कलाकारों के लिए स्वादिष्ट अल्पाहार का भी सराहनीय आयोजन था। बच्चे बड़ों सबने पूरे उत्साह के साथ भाग लिया तथा हिन्दी का तिरंगा उन्नत किया।
-आशा बर्मन