तमिलनाडु में हिंदी की बयार

तमिलनाडु का नाम हिंदी विरोध के लिए जाना जाता है किंतु पिछले दिनों तमिलनाडु हिंदी साहित्य अकादमी चेन्नै द्वारा श्री कन्यका परमेश्वरी कला एवं विज्ञान महाविद्यालय में अकादमी के वार्षिक सम्मेलन में तमिल -हिंदी संगम का अद्भुत दृश्य देखने को मिला। तमिल भाषी हिंदी विद्वानों के सम्मान समारोह के साथ ही हिंदी की वैश्विक पत्रकारिता पर राष्ट्रीय संगोष्ठी का भी आयोजन हुआ जिसमें मुझे विशेष रूप से आमंत्रित किया गया था। तमिल भाषी चार विद्वानों- डॉक्टर मीनाकृष्णन, श्रीमती भाग्य लक्ष्मी, फिल्म निर्मात्री कुट्टी पद्मिनी तथा श्रीमती एस. पार्वती को हिंदी साहित्य में योगदान के लिए सम्मानित किया गया। साथ ही हिंदी पत्रकारिता में योगदान के लिए राजस्थान पत्रिका, चेन्नई संस्करण के संपादक, श्री विजय राघवन, इंडिया टीवी के डॉक्टर टी. राघवन, हिंदी मिलाप के श्री रमेश तथा श्री राकेश पांडेय को भी सम्मानित किया किया गया। चार लेखकों की हिंदी पुस्तकों का  लोकार्पण भी हुआ जिसमें  हिंदी की प्रख्यात लेखिका  सूर्यबाला जी की रचनाओं का तमिल अनुवाद भी शामिल था। तमिल- हिंदी विद्वान डॉक्टर जयशंकर बाबू, डॉ पी भवानी, श्री गुरु मूर्ति, महाविद्यालय की प्रभारी प्राचार्य डॉ.पी.बी. वनिता, सचिव श्री वूटूकूरु शरद कुमार श्री बी.एल. आच्छा, आदि ने भी संबोधित किया। इस समारोह के आयोजन, संयोजन, संचालन में प्रमुख भूमिका रही अकादमी की अध्यक्ष डॉ निर्मला मौर्य और महासचिव श्री ईश्वर करुण की। समापन अवसर पर तमिल, कन्नड़, मलयालम के अनेक विद्वानों ने हिंदी में काव्य पाठ किया।

तमिलनाडु का नाम हिंदी विरोध के लिए जाना जाता है किंतु पिछले दिनों तमिलनाडु हिंदी साहित्य अकादमी चेन्नै द्वारा श्री कन्यका परमेश्वरी कला एवं विज्ञान महाविद्यालय में अकादमी के वार्षिक सम्मेलन में तमिल -हिंदी संगम का अद्भुत दृश्य देखने को मिला। तमिल भाषी हिंदी विद्वानों के सम्मान समारोह के साथ ही हिंदी की वैश्विक पत्रकारिता पर राष्ट्रीय संगोष्ठी का भी आयोजन हुआ जिसमें मुझे विशेष रूप से आमंत्रित किया गया था। तमिल भाषी चार विद्वानों- डॉक्टर मीनाकृष्णन, श्रीमती भाग्य लक्ष्मी, फिल्म निर्मात्री कुट्टी पद्मिनी तथा श्रीमती एस. पार्वती को हिंदी साहित्य में योगदान के लिए सम्मानित किया गया। साथ ही हिंदी पत्रकारिता में योगदान के लिए राजस्थान पत्रिका, चेन्नई संस्करण के संपादक, श्री विजय राघवन, इंडिया टीवी के डॉक्टर टी. राघवन, हिंदी मिलाप के श्री रमेश तथा श्री राकेश पांडेय को भी सम्मानित किया किया गया। चार लेखकों की हिंदी पुस्तकों का  लोकार्पण भी हुआ जिसमें  हिंदी की प्रख्यात लेखिका  सूर्यबाला जी की रचनाओं का तमिल अनुवाद भी शामिल था। तमिल- हिंदी विद्वान डॉक्टर जयशंकर बाबू, डॉ पी भवानी, श्री गुरु मूर्ति, महाविद्यालय की प्रभारी प्राचार्य डॉ.पी.बी. वनिता, सचिव श्री वूटूकूरु शरद कुमार श्री बी.एल. आच्छा , आदि ने भी संबोधित किया। इस समारोह के आयोजन, संयोजन, संचालन में प्रमुख भूमिका रही अकादमी की अध्यक्ष डॉ निर्मला मौर्य और महासचिव श्री ईश्वर करुण की। समापन अवसर पर तमिल, कन्नड़, मलयालम के अनेक विद्वानों ने हिंदी में काव्य पाठ किया।

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