
डॉ. विजय कुमार मिश्र
गाँधी जयंती के अवसर पर आंध्र प्रदेश के चिन्नारूकुरु ग्रामसभा और उसकी संचालन प्रक्रिया को देखने समझने का अवसर मिला। उस दिन भारत सरकार के ‘आदि कर्मयोगी अभियान’ के अंतर्गत इसी दिन प्रत्येक गांव के लिए स्थानीय जरूरतों को ध्यान में रखते हुए समुदाय की भागीदारी से एक विजन-2030 “विलेज विजन प्लान” तैयार करने के लिए प्रस्तावित कार्यों की सूची तैयार करके उसे स्वीकार की जानी थी। इस कार्यक्रम में चिंतुरू के ITDA के परियोजना अधिकारी श्री शुभम नोखवाल, आईएएस स्वयं उपस्थित होकर लोगों की समस्याओं, मांगों, आवश्यकताओं को जान समझ रहे थे।
आदि कर्मयोगी अभियान भारत सरकार की एक महत्वाकांक्षी पहल है, जिसका उद्देश्य जनजातीय समुदायों में नेतृत्व और उत्तरदायी शासन को मजबूत करना है। यह अभियान 550 से अधिक जनजातीय बहुल जिलों के 1 लाख गांवों में 20 लाख से अधिक जनजातीय परिवर्तनकर्ताओं को प्रशिक्षित और सशक्त करेगा। आदि कर्मयोगी सरकार और जनजातीय परिवारों के बीच एक कड़ी के रूप में कार्य करेंगे, यह सुनिश्चित करेंगे कि उन्हें सभी आवश्यक सरकारी योजनाओं का लाभ मिले और शिक्षा, स्वास्थ्य, आजीविका, और पोषण जैसे क्षेत्रों में समग्र विकास हो सके।
