सरस कवि सम्मेलन का भव्य कार्यक्रम

साहित्य प्रेमी मंडल, वैश्विक हिन्दी परिवार एवं सोच संस्था के संयुक्त प्रयास से आयोजित ‘सरस कवि सम्मेलन’  में हिन्दी भवन दिल्ली में युवा कवियों को मंच प्रदान करने के लिए एक भव्य कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया।

          कार्यक्रम की अध्यक्षता समाज सेवी व साहित्य प्रेमी श्री जगदीश मित्तल जी ने की। काव्य धारा की अध्यक्षता कमला नेहरू कॉलेज की पूर्व प्राचार्या व कवियित्री डॉ मंजु गुप्ता ने जी ने की। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि हिन्दी अकादमी के उपसचिव श्री ऋषि कुमार शर्मा जी रहे व इस आयोजन में कवि, चिंतक व हिन्दी प्रेमी श्री अनिल जोशी जी, कवि व मोटीवेशनल स्पीकर श्री राजेश चेतन, सुप्रसिद्ध कवयित्री व गीतकार  डॉ० कीर्ति काले, प्रसिद्ध दोहाकार व कवि श्री नरेश शांडिल्य का सानिध्य मिला।

कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि के रूप में कवियित्री व समीक्षक अनीता वर्मा, गीतकार कवि रामचरण “साथी” व कवि व लेखक श्री प्रवेश दिवाकर ने अपनी उपस्थिति दर्ज की। कार्यक्रम का संचालन कवि श्री पी.के.आजाद ने किया।

       दीप प्रज्वलन के साथ युवा कवयित्री एकता निर्मोही ने सरस्वती वंदना की। कार्यक्रम के आरंभ में अपने उदबोधन में अनिल जोशी जी ने वैश्विक हिन्दी परिवार के बारे में बताते हुए वैश्विक हिन्दी परिवार की वेबसाइट के बारे में जानकारी दी और अपना शानदार कविता पाठ किया। हिन्दी के सुप्रसिद्ध भाषाविद् डॉ० वरूण कुमार  ने एक छोटी सी कवि सुनाते हुए सभी को बधाई दी। राजेश चेतन जी ने मंच पर कविता पाठ करने, कविता लेखन के लिए युवा लेखकों का मार्गदर्शन किया । डॉ० कीर्ति काले ने मंच की गरिमा पर चर्चा करते हुए अपना एक गीत पढ़ा।

        इस कार्यक्रम में श्री जगदीश मित्तल जी के अमृत काल के अवसर पर उन्हें सम्मानित किया। अपने वक्तव्य में उन्होंने कहा कि किस तरह से उनका सम्पूर्ण जीवन साहित्य के समर्पित है और नए कवियों को वह मंच प्रदान कर रहे हैं। श्री ऋषि कुमार शर्मा जी ने नये कवियों का मार्गदर्शन करते हुए लेखन में विभिन्न प्रकार की संभावनाओं व योजनाओं पर चर्चा की। अनीता वर्मा ने अपने संक्षिप्त वक्तव्य में कहा कि नई पीढ़ी को विचारात्मक कविताओं के सशक्त पहलुओं को तलाशना होगा। डॉ० मंजु गुप्ता ने अपनी दो कविताओं का पाठ किया और अपने जीवन के बारे में बताया कि किस प्रकार व लम्बे समय तक अपनी छात्राओं को मंच प्रदान करती रहीं हैं। नरेश शांडिल्य ने अपनी शानदार रचनाओं  की पाठ किया।

रामचरण साथी जी ने अपने गीत के माध्यम से शानदार प्रस्तुति दी।

कार्यक्रम के संयोजक श्री विनयशील चतुर्वेदी जी ने इस अवसर पर अरविंद कुमार मिश्र के उपन्यास “मानव और आपदा” का लोकार्पण किया गया।

कार्यक्रम में लगभग तीस युवा कवियों ने अपनी रचनाएँ पढ़ीं। जिनमें सशक्त रचनाएँ रहीं। कार्यक्रम कार्यक्रम लगभग पाँच घंटे तक चला और इस कार्यक्रम में शामिल सभी युवा कवियों को प्रतीक चिन्ह से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में शताधिक श्रोता और अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे। जिसमें कुमार सुबोध, कवि अरविंद पथिक, राजेश श्रीवास्तव ‘ राज’ निधि मानवी, अयाज़ खान, निर्दोष शर्मा, संदीप कुमार सिंह, राजेश कुमार, नीलम सांगवान अरुण कुमार आदि रहे। कार्यक्रम का शुभारंभ श्री मनोज श्रीवास्तव ‘अनाम’ द्वारा और धन्यवाद ज्ञापन श्री विनयशील चतुर्वेदी द्वारा किया गया।

रिपोर्ट : अनीता वर्मा व प्रस्तुति- मनोज श्रीवास्तव ‘अनाम’

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