
सुयोग
मैं सुयोग हूँ। मैं टोक्यो विश्वविद्यालय में भौतिकी विभाग में प्रथम वर्ष का पी.एच.डी. का छात्र हूँ। मैं लगभग 3 साल पहले जापान आया था और तब से टोक्यो में रह रहा हूँ। मेरे शौक तरह-तरह की किताबें पढ़ना, अनोखी जगहों की यात्रा करना और नए-नए लोगों से मिलना हैं। खाली वक्त मिलने पर मैं अपने विचारों और भावनाओं को शब्दों में पिरोने की और इन शब्दों को कविताओं में पिरोने कोशिश करता हूँ। हिंदी मेरी मातृभाषा है और मैं कितना भी दूर क्यों ना चला जाऊं, हिन्दी हमेशा मेरे दिल के करीब रहेगी।