
रंजना सिंह
मैं, रंजना सिंह पिछले लगभग 2 दशकों से जापान की राजधानी टोक्यो में अपने परिवार के साथ रह रही हूँ।
ताज नगरी आगरा में पली बढ़ी और वहीं से अपने शैक्षणिक जीवन की शुरुआत कर विवाह के बाद गुरुग्राम में दो वर्ष कार्यरत रहने के बाद यहाँ आई। यहाँ भी लगभग 5 वर्ष तक शिक्षण कार्य से जुड़ी रही और 5 वर्ष तक मैंने NHK World Radio Japan में हिंदी उद्घोषिका के रूप में कार्य किया था। कुछ वर्षों के अंतराल के बाद पिछले तीन वर्षों से एक बार फिर NHK से जुड़ गई हूँ।
चूँकि हिन्दी मेरी मातृभाषा है और विदेशी धरती पर हिंदी में बात करने का अवसर बहुत कम मिलता है, इसलिए लेखनी ही देती है मुझे अपने भावों को शब्द रूप में उजागर का अवसर।
मैं काव्य रूप में ही अपने भावों को प्रकट करने में ज़्यादा सहजता महसूस करती हूँ।